मप्र की आर्थिक स्थिति संवारने के लिए निवेशकों को लुभाने की कवायद

मप्र की आर्थिक स्थिति संवारने के लिए निवेशकों को लुभाने की कवायद

भोपाल। कोरोना महामारी ने मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर भी असर डाला है, तो वही रोजगार के अवसर भी कम हुए हैं। राज्य सरकार ने हालात बदलने के लिए निवेशकों को लुभाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के साथ आम लोगों को रोजगार मुहैया कराने का बड़ा जरिया है औद्योगिक निवेश। यह बात राज्य सरकार बेहतर तरीके से जानती है। इसकी वजह भी है क्योंकि मध्यप्रदेश में संसाधनों की कमी नहीं है और खनिज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तो वही शांति का माहौल राज्य में है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हीरोसिस इंडिया मीटिंग 2021 में मध्य प्रदेश की समृद्धि का ब्यौरा दिया। साथ ही कहा कि राज्य पर्यावरण ,सामाजिक जिम्मेदारियों सुशासन के पैमाने पर खरा उतरा है। साथ ही राज्यइज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी राज्य देश के अग्रणी प्रदेशों में शामिल है इसलिए मध्यप्रदेश में आकर निवेश करना लाभदायक है ।एक तरफ जहां निवेशक लाभ कमा सकते हैं तो वहीं लोगों को रोजगार के अवसर भी दिए जा सकते हैं।

राज्य की खनिज संपदा पर गौर करें तो यहां हीरा चूना पत्थर, कोयला, मैगनीज, आयरन ओर बड़ी मात्रा में उपलब्ध है इसलिए यहां पर खनिज आधारित उद्योग बड़ी संख्या में लगाए जा सकते हैं । इतना ही नहीं, नवीन ऊर्जा के क्षेत्र में भी संभावनाएं कम नहीं है क्योंकि मध्यप्रदेश वह राज्य है जहां पूरे साल में 200 दिन तक सूरज चमकता है। नीमच में 151 मेगावाट के एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट को स्थापित किए जाने के बाद रीवा में 750 मेगा वाट का सोलर प्लांट स्थापित किया गया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने उद्योगपतियों से कहा कि राज्य कृषि के क्षेत्र में देश में नंबर एक पर है यहां का बासमती चावल और शरबती गेहूं बेमिसाल है इसके अलावा उद्यानिकी एवं औषधीय फसलों की भी यहां पर प्रचुरता है। राज्य में ऑटोमोबाइल्स और आईटी सेक्टर में भी बड़ी संभावनाएं हैं क्योंकि इंदौर, भोपाल और जबलपुर में आईटी पार्क स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा राज्य में एसईजेड भी हैं। राज्य में बांस आधारित उद्योग और फर्नीचर निर्माण की भी संभावनाएं कम नहीं है।

मध्यप्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं क्योंकि राज्य को टाइगर स्टेट के तौर पर पहचाना जाता है यहां 11 राष्ट्रीय उद्यान है तो सांची खजुराहो और भीम बैठका जैसे वल्र्ड हेरिटेज भी है। अवाडा समूह के अध्यक्ष विनीत मित्तल भी मानते हैं कि उद्योग स्थापित करने और चलाने के लिए निवेशकों को मध्यप्रदेश से ज्यादा सुविधाएं अन्य किसी राज्यों में नहीं मिल रही हैं।

सीआईआई के पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष और ब्लू स्टार लिमिटेड के प्रबंध संचालक वी थियागराजन ने कहा कि मध्य प्रदेश में कोरोना काल में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण रखते हुए उद्योगों के संचालन में मदद की है। यहां का बासमती चावल हो शरबती गेहूं दुनिया भर में प्रसिद्ध है जिससे महत्वपूर्ण यह है कि मध्यप्रदेश सबसे प्यार करता है।

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