अगरतला: पूर्वोत्तर के तीन राज्यों- त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय बजट 2023 को लेकर राजनीतिक दल बंटे हुए हैं, जबकि व्यापार और उद्योग निकायों का अनुमान है कि इससे पूर्वोत्तर क्षेत्र को काफी फायदा होगा।
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की पूर्वोत्तर सलाहकार परिषद, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की नॉर्थ ईस्ट काउंसिल, फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स ऑफ नॉर्थ ईस्टर्न रीजन (एफआईएनईआर) और अन्य संगठनों ने बजट की सराहना की है, लेकिन राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया भिन्न है।
भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने बजट को विकासोन्मुखी और जन-समर्थक बताया है, जबकि कांग्रेस और वाम दलों सहित विपक्षी दलों ने कहा कि लोग चुनाव में अपनी राय बताएंगे।
माकपा नेता नारायण कार ने कहा कि ऐसे समय में जब बेरोजगारी की दर ऐतिहासिक ऊंचाई पर है, बजट मनरेगा आवंटन में 33 प्रतिशत की कमी करता है।