चेन्नई: खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट के साथ क्या भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) नीतिगत दरों में वृद्धि करेगी या इस पर विराम लगाएगी? इसका पता 8 फरवरी को ही चलेगा। दरों पर फैसला करने के लिए आरबीआई की एमपीसी 6-8 फरवरी को बैठक करेगी।
क्वांटम एएमसी के फंड मैनेजर- फिक्स्ड इनकम, पंकज पाठक ने कहा, मुद्रास्फीति पिछले तीन महीनों में काफी नीचे आई है। अमेरिका में दरों में मामूली वृद्धि के साथ बाहरी परिस्थितियों में सुधार आया है। आरबीआई के विदेशी मुद्रा भंडार में भी पिछले कुछ महीनों में वृद्धि हुई है। हमें उम्मीद है कि आरबीआई फरवरी की बैठक में दर वृद्धि चक्र को रोकेगा और रेपो दर को 6.25 प्रतिशत पर बनाए रखेगा।
पाठक के मुताबिक बॉन्ड बाजार को सकारात्मक प्रतिक्रिया देनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि बॉन्ड यील्ड धीरे-धीरे नीचे जाएगी, हालांकि एलिवेटेड बॉन्ड सप्लाई यील्ड के नकारात्मक पक्ष को सीमित कर देगी।