नई दिल्ली: महामारी ने लाखों लोगों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निग (एमएल) का तेजी से उदय देखा है। हेल्थटेक स्टार्टअप क्यूर डॉट एआई ने उन्नत तकनीक के साथ अपने लिए एक जगह बनाई है जो एक मिनट से भी कम समय में एक्स-रे, सीटी और अल्ट्रासाउंड जैसी चिकित्सा इमेजिस को पढ़ती है और व्याख्या करती है, जिससे दुनिया भर में समान और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा एक वास्तविकता बन जाती है।
इसके स्वचालित चिकित्सा इमेजिंग उपकरण निदान के समय को कम कर सकते हैं, जबकि चिकित्सकों को चिकित्सा मामलों को खासकर समय-संवेदनशील स्थितियों में अधिक प्रभावी ढंग से ट्राइएज करने में सक्षम बनाता है।
क्यूर डॉट एआई के संस्थापक सदस्य रोहित घोष ने आईएएनएस के साथ बातचीत में खुलासा किया कि कैसे उनके समाधान रोगी के परिणामों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं- चाहे वह सार्वजनिक स्वास्थ्य जांच कार्यक्रमों में प्राथमिक देखभाल से तृतीयक देखभाल तक निजी देखभाल स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए हो। साक्षात्कार के संपादित अंश नीचे दिए गए हैं :
प्रश्न : भारत में रेडियोलॉजी से लेकर निवारक स्वास्थ्य जांच तक, कोविड-19 महामारी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य में एआई के उपयोग को पुख्ता कर दिया है। रेडियोलॉजी के लिए एआई/एमएल का उपयोग करने वाली अन्य कंपनियों से क्यूर डॉट एआई में क्या अंतर है?