कानपुर : सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया की कराचीखाना शाखा में लॉकर से एक वृद्धा के 30 लाख रुपये के जेवरात गायब हो गए। वृद्धा का आरोप है कि सोमवार को जब वह लॉकर का अपडेट लेने पहुंचीं, तब उसे यह पता चला। पुलिस ने तहरीर लेकर जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से कुछ साक्ष्य जुटाए हैं।
फीलखाना निवासी मंजू भट्टाचार्या अकेले रहती हैं। उनके पति का डेढ़ दशक पहले निधन हो गया था। बेटी मुंबई में परिवार के साथ रहती है। उनके दामाद मुंबई में स्क्रिप्ट राइटर हैं। मंजू के मुताबिक, सेंट्रल बैंक की कराचीखाना शाखा में उनका काफी समय से एक लॉकर है, जिसमें उनके पूरे जेवरात रखे थे। लॉकर की एक चाबी मंजू और दूसरी बैंक अफसरों के पास रहती है। लॉकर आसानी से नहीं खुल रहा था। उन्होंने वहां के कर्मचारी को बताया, तब बहुत प्रयास के बाद लॉकर खुला। इसे लेकर उनका कहना है कि लॉकर से छेड़छाड़ कर जेवरात गायब किए गए हैं। बैंक और लॉकर रूम सीसीटीवी कैमरों से लैस है। इसलिए पुलिस ने बैंक अफसरों से पिछले कई महीनों के फुटेज मांगे हैं। लॉकर कंपनी के कर्मचारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। फुटेज से पता किया जाएगा कि लॉकर रूम में कब कौन गया। लॉकर कंपनी और बैंक के कर्मचारी संदेह के घेरे में हैं।