वाशिंगटन। व्हाइट हाउस के पूर्व अधिकारियों ने निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से प्यार और नम्रता से सत्ता छोड़ने को कहा है। व्हाइट हाउस में पिछले तीन कार्यकालों में शामिल रहे एक द्विदलीय समूह ने अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से ‘‘चुनाव के बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया तत्काल” आगे बढ़ाने की अपील की है। ‘ सेंटर फॉर प्रेजिडेंशियल ट्रांजिशन’ (CFPT) सलाहकार बोर्ड ने ट्रंप से ‘‘चुनाव के बाद सत्ता हस्तांतरण कीयह अपील ऐसे समय में की है, जब ‘जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेशन’ ने निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में अभी डेमोक्रेटिक नेता जो बाइडेन को औपचारिक मान्यता नहीं दी है।
यह सत्ता हस्तांतरण के लिए धन जारी करने के लिए आवश्यक कदम है और इसी के बाद एजेंसियों में सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए बाइडेन की टीम को हरी झंडी मिलेगी। सलाहकार बोर्ड ने एक बयान में कहा कि यह कड़ी मेहनत से लड़ा गया चुनाव था, लेकिन इतिहास ऐसे राष्ट्रपतियों के उदाहरण से भरा पड़ा है, जिन्होंने चुनाव परिणाम के बाद अपने उत्तराधिकारियों की गरिमा के साथ मदद की।
इस बयान पर पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रहे जोश बोल्टन एवं स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्री रहे माइकल लिविट, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में व्हाइट हाउस में चीफ ऑफ स्टाफ रहे थॉमस ‘मैक’ मैक्लार्टी और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में मंत्री रहे पेन्नी प्रित्जकर ने हस्ताक्षर किए। दरअसल, राष्ट्रपति पद पर जीत हासिल करने के बाद बिडेन बेहद उत्साहित हैं। उपराष्ट्रपति चुनी गईं कमला हैरिस और जो बाइडेन आगे की तैयारियों में जुट गए हैं।
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप इस जीत को मानने को राजी नहीं हैं। वह इसे बेइमानी से हासिल की गई जीत मान रहे हैं। लगातार हमलावर रुख के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से कुछ ट्वीट किए हैं। वह लिखते हैं कि हम मानते हैं कि ये लोग चोर हैं। शहर का बड़ा तंत्र भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुका है। यह चोरी का चुनाव था। ट्रंप ने यह भी कहा, ‘ब्रिटेन में ओपिनियन पोल का सटीक अंदाजा लगाने वालों ने रविवार को लिखा है कि यह साफ तौर पर गलत तरीके से जीता गया चुनाव है। साथ ही कहा गया है कि यह तो सोचा ही नहीं जा सकता है कि इन राज्यों के कुछ हिस्सों में बाइडेन ओबामा की जीत के आंकड़े को भी पार कर जाएं।