कनाडा। कनाडा में भारतीय प्रवासियों ने एक नया रिकॉर्ड बना कर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। भारत से कनाडा जाने वाले प्रवासियों की संख्या में हाल ही में इजाफा हुआ है। 2018-19 के बीच इनमें 20 फीसदी की वृद्धि हुई है। कनाडा की सरकार कोविड-19 महामारी और दूसरे प्रतिबंधों की वजह से अनुमानित कमी के लिए देश में आने वाले प्रवासियों की संख्या में बढ़ोतरी कर रही है जिसके बाद भारत स्थायी निवास के लिए सबसे बड़ा स्रोत बन गया है।
ये संख्या अगले चार देशों से लिए प्रवासी निवासियों की कुल संख्या से भी ज्यादा है। ये डाटा संसद में प्रवासियों पर 2020 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 2017 से भारत सबसे बड़ा स्रोत देश रहा है, जब उसने स्थायी प्रवासी को लेकर चीन को पछाड़ दिया था। हालांकि 2021 के लिए पहले 3,51,000 और 2022 के लिए 3,61,000 स्थायी प्रवासियों की योजना थी लेकिन इसे बढ़ाकर 4,01,000 और 4,11,000 कर दिया गया है। जबकि 2023 के लिए यह संख्या 4,21,000 है।
कनाडा के प्रवासी मंत्री मार्को मेंडिसिना ने एक बयान में कहा कि महामारी से निकलने के लिए ही नहीं बल्कि देश के लघु अवधि के आर्थिक सुधार और लंबी अवधि की आर्थिक वृद्धि के लिए भी यह आप्रावासन जरूरी है। कनाडा के लोगों ने देखा है कि कैसे नए लोग हमारे अस्पताल और देखभाल केंद्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं और हमारी टेबल तक खाना परोसने में मदद करते हैं। हमारी योजना श्रम में आ रही कमी को तेजी से दूर करेगी और कनाडा को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए हमारी आबादी को बढ़ाएगी।
आप्रावासन, रिफ्यूजी और सिटिजनशिप कनाडा के बयान के मुताबिक, 2018 से 2019 के बीच कनाडा की जनसंख्या में 1.4 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसमें यह भी कहा गया है कि 2030 की शुरुआत में, कनाडा की जनसंख्या वृद्धि पूरी तरह से इमिग्रेशन पर निर्भर करेंगे और कनाडा को युवा, कुशल और कर्मचारियों के लिए अंतरराष्ट्री स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार रहना चाहिए।