पेशावर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पूर्व PM नवाज शरीफ के बेटे हुसैन नवाज ने चुनौती दी है कि अगर उनके पास शरीफ परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत हैं तो पेश करें। हुसैन नवाज ने कहा, ब्रॉडशीट एलएलसी बनाम इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान एंड नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) के मामले में सर एंथनी इवान के फैसले में शरीफ परिवार को ‘क्लीन चिट’ मिली है। इससे स्पष्ट होता है कि शरीफ परिवार के लोगों के पास से कुछ भी अवैध नहीं मिला।
हुसैन ने कहा कि विदेशी सरकारें पाकिस्तानी मीडिया पर नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ दिखाए जा रहे झूठ पर भरोसा नहीं करतीं। अगर उनके पास शरीफ परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत हैं तो उन्हें ब्रिटेन या दुनिया की किसी अन्य सरकार के समक्ष पेश किया जाए। उन्होंने कहा कि ऑयल ऑफ मैन आधारित ब्रॉडशीट एलएलसी को NAB बी ने मुशर्रफ के शासन के दौरान विदेशों में पाकिस्तानियों की छिपी संपत्ति का पता लगाने के लिए काम पर रखा था।
NAB ने ब्रॉडशीट के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए लेकिन 2003 में इसे समाप्त कर दिया। इस घोटाले ने यह साबित कर दिया कि पाकिस्तान भ्रष्टाचार से त्रस्त है और भ्रष्टाचारियों को निशाना बनाने के बजाय, इसका इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया गया था। भ्रष्टाचारियों को राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश के माध्यम से जवाबदेही से बचने के लिए सुरक्षित बचने का रास्ता भी मुहैया कराया गया।
हुसैन नवाज ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री इमरान खान के मंत्री और उनके दोस्त खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है और इसके सबूत भी हैं लेकिन इनकी कोई जवाबदेही नहीं तय की गई है। हुसैन ने फैजल वावडा का उदाहरण दिया जिनकी लंदन में 19 अघोषित संपत्तियां हैं।