इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन तनाव से जुड़े ऐनुअल डिफेंस पॉलिसी बिल पर वीटो लगा दिया है।अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में यह शायद पहला मौका है जब उन्होंने किसी बिल पर ओवरराइड वोट किया है। ट्रंप ने वीटो करने पर सफाई देते कहा है कि यह बिल रूस और चीन की मदद करने वाला एक गिफ्ट साबित होता। करीब एक हफ्ते पहले ही अमेरिकी संसद ने 740 अरब डॉलर वाले इस डिफेंस पॉलिसी बिल को पारित किया था।
यह बिल अमेरिकी सैनिकों के वेतन में 3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की पुष्टि करता है। इसके अलावा सैन्य कार्यक्रमों और निर्माण में 740 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का अधिकार देता है। अमेरिकी संसद में पारित होने के बाद यह बिल नैशनल डिफेंस अथॉराइजेशन ऐक्ट (NDAA) बन गया था। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट (संसद के दोनों सदनों) में इस बिल का सांसदों ने समर्थन किया था। अब इस पर राष्ट्रपति की मंजूरी मिलनी थी लेकिन ट्रंप ने पहले ही कह दिया था कि बिल में सोशल मीडिया कंपनियों के लिए कानूनी सुरक्षा के प्रावधान नहीं है। ऐसे में वह इस बिल को वीटो करने के अपने विशेष अधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
बता दें कि इस बिल में भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर जारी तनाव का जिक्र है। दरअसल भारतीय अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने इससे जुड़ा रिजॉल्यूशन पेश किया था। इसमें कहा गया था कि चीन भारत की सीमा में घुसने या इससे छेड़छाड़ की कोशिश न करें। संसद ने बिल पास करते हुए राजा कृष्णमूर्ति के रिजोल्यूशन को भी शामिल कर लिया।