दोहा, | दोहा में हुई अफगान शांति समझौते के दोनों पक्षों के संपर्क समूहों के सदस्यों ने प्रक्रियात्मक नियमों को स्थापित करने के लिए विवादित मुद्दों पर चर्चा की और सीधी बातचीत में हो रही देरी के लिए एजेंडा बनाने पर बात की। यह जानकारी एक सरकारी प्रतिनिधि ने दी है। टोलो न्यूज ने बताया कि प्रतिनिधि नादेर नादरी ने सोमवार रात को हुई बैठक में कहा कि अब यह निर्णय लिया गया है कि दोनों पक्षों की संपर्क टीमों से सदस्यों की संख्या घटाकर तीन-तीन कर दी जाए। इससे पहले अफगान सरकार की टीम में 7 सदस्य थे और तालिबान की टीम में 5 सदस्य थे।
कतर में तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने कहा, “आज शाम को संपर्क समूहों की बैठक हुई, जिसमें दोनों टीमों में तीन-तीन सदस्य थे।”
उन्होंने आगे कहा, “इस दौरान फिर से विवादास्पद बिंदुओं पर चर्चा की गई और बैठकों की निरंतरता पर जोर दिया गया, ताकि प्रक्रिया के बारे में अंतिम समझ जल्द से जल्द पैदा हो सके।”
सूत्रों ने कहा कि बैठक का उद्देश्य था कि विवादित बिंदुओं के बारे में असहमति को खत्म किया जाए और शांति प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
दोनों पक्षों ने प्रक्रियात्मक नियमों के लिए 20 में से 18 आर्टिकल पर सहमति जता दी है, लेकिन दो मुख्य आर्टिकल – बातचीत के लिए धार्मिक आधार और यूएस-तालिबान सौदे के साथ समझौते का संबंध, अनसुलझे हैं।
अंतर-अफगान वार्ता औपचारिक रूप से 12 सितंबर को शुरू की गई थी। लेकिन अब तक प्रक्रियात्मक नियमों पर असहमति के कारण सीधी बातचीत शुरू नहीं हो पाई है।