दिवाली खुशियों का त्योहार माना जाता है। इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम 14 साल का वनवास पूरा घर अयोध्या लौटे थे। तब उनके आने की खुशी में लोगों ने घी के दीये जलाकर कर पूरी अयोध्या को जगमगाया था। साथ ही देवी लक्ष्मी का इस दिन समुद्र मंथन से प्रकट हुई थी। वास्तु के अनुसार, इस दिन की शुरूआत कुछ उपायों द्वारा करने जीवन की परेशानियां दूर हो सुख, शांति व आर्थिक लाभ मिलता है। तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में…
दरवाजे पर गंगाजल का छिड़काव
घर के साथ चौखट को भी हमेशा एकदम साफ रखना चाहिए। असल में, घर के मुख्य द्वार से ही धन की कभी लक्ष्मी का आगमन होता है। ऐसे में इसकी सफाई का विशेष ध्यान रखें। साथ ही दिवाली वाले दिन सुबह जल्दी उठकर मेन गेट की सफाई कर गंगाजल से छिड़काव करें।
प्रवेश द्वार पर लगाएं देवी मां की तस्वीर
घर के प्रवेश द्वार पर देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर रखें। इसे इस तरह लगाएं कि सबको को देवी मां के दर्शन आसानी से हो पाएं। इस तस्वीर या मूर्ति को दिवाली की सुबह ही लगाएं। इससे आने वाले जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
तुलसी माता को जल चढ़ाएं
घर पर तुलसी का पौधा होना शुभता का प्रतीक माना जाता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने के बरकत बनी रहती है। ऐसे में दिवाली के दिन सुबह नहाकर तुलसी माता को जल चढ़ाएं। साथ ही घी या तेल का दीपक जलाकर माता रानी से आशीर्वाद लें।
जानवरों को रोटी दें
वास्तु के अनुसार, जानवरों को भोजन कराना सबसे उत्तम माना जाता है। इससे देवी लक्ष्मी की असीम कृपा मिलती है। खासतौर पर दिवाली की सुबह जल्दी उठकर पहली रोटी गाय, कुत्ता या किसी अन्य जानवर को खिलाने से लाभ मिलेगा।
सूर्य नमस्कार करें
दिवाली की सुबह उठकर नहाकर सूर्य देवता को जल चढ़ाकर उन्हें नमस्कार करें। साथ ही घर के मंदिर में ज्योत जगाकर श्रीगणेश और लक्ष्मी माता की स्तुति करें। इससे घर में सुख-शांति व बरकत बनी रहेगी।