भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर गाय को लेकर सियासत शुरू हो गई है। इसकी वजह शिवराज सरकार का वह अहम फैसला है, जो जल्द ही लागू होने जा रहा है। दरअसल CM शिवराज ने बुधवार सुबह ऐलान किया कि MP में गौ कैबिनेट का गठन होगा। वहीं शिवराज के इस ट्वीट के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए इस पर सवाल खड़े किए हैं, साथ ही उन्होंने शिवराज सरकार को उनका पुराना वादा याद दिलाते हुए कहा है कि अपनी पुरानी घोषणाएं भूलकर शिवराज अब नई घोषणा कर रहे हैं।
कमलनाथ ने लिखा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश में गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा करने वाले शिवराज सिंह अब गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए गौकैबिनेट बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने अपनी चुनाव के पूर्व की गयी घोषणा में गौमंत्रालय बनाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में गौ अभ्यारण और गौशालाओं के जाल बिछाने की बात भी कही थी , प्रत्येक घर में भी छोटी-छोटी गौशाला बनाने की भी बात उन्होंने अपनी चुनावी घोषणा में कही थी। अपनी पूर्व की घोषणा को भूलकर शिवराज फिर एक नई घोषणा कर रहे हैं। सभी जानते हैं कि अपनी 15 वर्ष की सरकार में व वर्तमान 8 माह में शिवराज सरकार ने गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए कुछ भी नहीं किया उल्टा गौमाता के लिये चारे की राशि में कांग्रेस सरकार ने जो बीस रुपये प्रति गाय का प्रावधान किया था , उसे भी कम कर दिया।
यह कांग्रेस की योजना है-कमलनाथ
कमलनाथ ने आगे कहा कि ‘कांग्रेस सरकार ने अपने वचन पत्र में वादा किया था कि हमारी सरकार आने पर हम एक हज़ार गौशालाओं का निर्माण शुरू करायेंगे। हमने अपने वचन को पूरा किया ,प्रदेश भर में गौशालाओं का निर्माण व्यापक स्तर पर चालू करवाया। चलो कांग्रेस सरकार के गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए किए जा रहे कामों से भाजपा सरकार को थोड़ी सदबुद्धि तो आयी और उन्होंने गौमाता की सुध लेने की सोची लेकिन यदि गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए सही मायनों में काम करना है तो कांग्रेस सरकार की तरह ही भाजपा सरकार प्रदेश भर में गौशालाओं का निर्माण शुरू कराये और गौ माता को लेकर अपनी पूर्व की सारी घोषणाओं को पूरा करें तभी सही मायनों में गौमाता का संरक्षण व संवर्धन हो सकेगा’
शिवराज सरकार ने लिया काऊ कैबिनेट का फैसला…
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने काऊ कैबिनेट का गठन किया है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वटी के माध्यम से दी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गोधन संरक्षण व संवर्धन के लिए ‘गौकैबिनेट’ गठित करने का निर्णय लिया गया है। पशुपालन, वन, पंचायत व ग्रामीण विकास, राजस्व, गृह और किसान कल्याण विभाग गौ कैबिनेट में शामिल होंगे। पहली बैठक 22 नवंबर को गोपाष्टमी पर दोपहर 12 बजे गौ अभ्यारण, आगर मालवा में आयोजित की जाएगी।