आखिरकार ऐसा लगने लगा कि यह वक्त मेरा है : पंकज त्रिपाठी

आखिरकार ऐसा लगने लगा कि यह वक्त मेरा है : पंकज त्रिपाठी

मुंबई, | प्रशंसित अभिनेता पंकज त्रिपाठी ओटीटी दुनिया के एक अप्रत्याशित सितारे के रूप में उभरे हैं। वह पारंपरिक, रूढ़िवादी अच्छे लुक के पैमाने पर खरे नहीं उतरते, न ही वह पारंपरिक हीरो की छवि में फिट आते हैं। फिर भी, हर बार जब भी किसी नए प्रोजेक्ट क्रेडिट में उनका नाम आता है, तो प्रशंसक उत्साह से भर जाते हैं। त्रिपाठी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने विविध विकल्पों को दिया, उन्होंने कहा कि, उन्होंने इस मुकाम पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है।

इस साल उन्होंने ‘मिजार्पुर 2’, ‘लूडो’, ‘एक्सट्रैक्शन’, और ‘गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल’ जैसी विविध फिल्मों में एक अभिनेता के रूप में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, इसके अलावा बड़े पर्दे पर ‘अंग्रेजी मीडियम’ भी प्रदर्शित हुई है।

उन्होंने कहा, “आखिरकार ऐसा लगने लगा है कि यह मेरा समय है और यह कभी नहीं बीत सकता है। मैं दर्शकों को एक के बाद एक यादगार फिल्म देना चाहता हूं, एक के बाद एक शानदार भूमिकाएं देना चाहता हूं। दुनिया का मनोरंजन करना मेरी लंबे समय से इच्छा रही है और मैं शानदार काम करना चाहता हूं।”

बीते वक्त को याद करते हुए उन्होंने कहा कि यह इतना सहज और आसान नहीं था। त्रिपाठी ने कहा, “एक समय था जब काम कम था और काफी समय बाद मिलता था। मैं कैमरे के सामने रहने और उन अवसरों को पाने के लिए तरस जाऊंगा, अगर मुझे लगा कि मैं इसके लायक हूं। अब मैं बेहद संतुष्ट और समान रूप से आभारी महसूस करता हूं। मैंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है।”

वह 2020 को कृतज्ञता से देखते हैं। उन्होंने कहा, “साल 2020 दुनिया के लिए एक क्रूर याद देने वाला था, लेकिन जब मेरा करियर आकार ले चुका था, तब तक मेरे पास कृतज्ञता के अलावा कुछ भी नहीं है।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website