टीम एब्सल्यूट भोपाल राजधानी से लगे जिले रायसेन में बाघ पिपरिया के पास ग्वालियर का एक इंजीनियर राजीव माने तेंदुनी नदी में बाढ़ आने से फंस गया, जिसे निकालने के लिए सिमरोद निवासी सरपंच दर्शन सिंह धाकड़ ने शराब के नशे में अपनी कार उफनती नदी में डाल दी। जिससे सरपंच कार समेत नदी डूब गया और उसकी मौत हो गई। घटना शनिवार रात 10.30 बजे की है। रविवार सुबह एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने इंजीनियर को सुरक्षितबचा लिया। मृतक सिमरोद निवासी छींद-छुछार के पंचायत सचिव दर्शन सिंह धाकड़ थे। ग्रामीणों ने बताया कि इंजीनियर नदी के टापू में फंसा था। उससे बचाने के लिए गांव का सरपंच कार लेकर आ गया। सरपंच नशे में था। उसे ग्रामीणों ने बार-बार रोका लेकिन वह इंजीनियर को बचा लाऊंगा, कहकर अल्टो कार लेकर नदी में चला गया। कुछ ही मिनट में कार समेत सरपंच में नदी में बह गया। नदी उफान पर थी। रविवार सुबह होमगार्ड्स टीम ने रातभर से टापू में फंसे इंजीनियर राजीव माने को सुरक्षित बाहर निकाला, उसके बाद दल ने बाढ़ के पानी में बही कार को भी रस्सी से बांधकर निकाल लिया। कार के अंदर सरपंच का शव मिला। कार को खींचने के लिए ट्रैक्टर की मदद लेना पड़ी।
दीवार गिरने से मौत
राजधानी के कोलार के दामखेड़ा में एक दीवार गिरने से दीवार के मलवे में दबकर एक व्यक्ति की मोत हो गई। कोलार इलाके के दामखेड़ा में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। बतया जा रहा है कि तेज बारिश की वजह से दीवार में पानी बैठ गया था, जिससे वह कामजोर हो गई थी। हादसे के बाद नगर निगम और पुलिस की टीम भी मौके पर पहुँच गई।
सेना बुलाई, हेलिकॉप्टर भी आए
रायसेन जिले में बरेली से 40 किमी दूर गाडरवास पंचायत के गांव भौंती नर्मदा के पानी से घिर गया। इस गांव में रहने वाले 85 लोग बाढ़ के पानी से घिर गए। नर्मदा का पानी बढ़ने लगा तो गांव के लोगों को घर की छत पर ही मचान बनाकर दो दिन तक गुजारने पड़े। जब यह जानकारी प्रशासन को लगी तो सेना की मदद से ग्रामीणों को हेलीकाप्टर से बचाकर लाया गया है। रायसेन में नर्मदा पट्टी के करीब 40 गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं। जहां पर लोगों को निकाला जा रहा है। हालांकि बारिश थमने के बाद अब नर्मदा का पानी भी उतरने लगा हैए जिससे थोड़ी राहत मिली है। ग्रामीणों को बचाने के लिए रेस्क्यू आपरेशन सुबह 10.30 बजे प्रारंभ हुआ। बरेली नगर में बने हेलीपेड से हेलीकाप्टर बार-बार उड़ान भरता रहा और भौती गांव पहुंच कर वहां से ग्रामीणों को यहां पर लाता रहा।
जान का नुकसान नहीं होने देंगे : मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में बाढ़ प्रभावित लोगों की तत्परता से सहायता की जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत के प्रयासों को अंजाम दिया गया है। रेस्क्यू आॅपरेशन के माध्यम से करीब 800 लोगों को सुरक्षित कर दिया गया है। किसी की जान का नुकसान नहीं होने दिया गया है। नौकाएं भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए सक्रिय हैं। भोपाल कमिश्नर सहित अन्य अधिकारी भोपाल संभाग के बाढ़ प्रभावित इलाकों की निरंतर निगरानी कर रहे हैं। राहत के प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मध्यप्रदेश की स्थिति से अवगत करवाया।
कमलनाथ ने कहा तेजी लाएं
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से चर्चा कर अति वर्षा के हालात पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि प्रभावित इलाकों में आपदा, राहत व बचाव के कार्य में तेजी लाई जाए। डूब प्रभावित व निचले बसे इलाकों में में विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे कोई जनहानि ना हो। बाढ़ में फँसे लोगों को लोगों को तेजी से निकाला जाए। प्रभावित लोगों के रहनेए खाने-पीने की समुचित व्यवस्था की जाए।