शाहीनबाग जैसे हालात, चिल्ला बॉर्डर बंद करने का कोई मायने नहीं : कांग्रेस

शाहीनबाग जैसे हालात, चिल्ला बॉर्डर बंद करने का कोई मायने नहीं : कांग्रेस

नई दिल्ली, | नए कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को किसानों का विरोध प्रदर्शन 27वें दिन भी जारी है। इस बीच कांग्रेस ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को जानबूझकर बदनाम करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सरकार किसानों के प्रदर्शन को शाहीनबाग की तरह ट्रीट कर रही है और सड़क मार्ग को खुद सरकार की ओर से ही बंद किया जा रहा है।

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “शाहीनबाग और किसानों के आंदोलन में कुछ चीजें एक सी हैं। जब प्रदर्शनकारी मौजूद नहीं हैं या वे वहां से निकलने का रास्ता दे रहे हैं, तब भी एक खास सड़क को बंद करके रखा गया है। चिल्ला बॉर्डर को बंद करने का कोई मतलब नहीं है। क्या यह किसानों के आंदोलन को जानबूझकर बदनाम करने की साजिश है?”

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाजीपुर और गाजियाबाद की ओर दिल्ली से यातायात प्रभावित हुआ है, क्योंकि दोनों ओर के कैरिजवे बंद कर दिए गए हैं।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्विटर के जरिए वाहन चालकों को सचेत करते हुए कहा, “गाजीपुर सीमा के दोनों कैरिजवे किसानों के विरोध के कारण यातायात के लिए बंद हैं।”

दिल्ली बाहरी सीमा अतिरिक्त सीपी (यातायात) की ओर से ट्वीट में कहा गया है, “दिल्ली से गाजियाबाद के यातायात के लिए गाजीपुर सीमा को भी बंद कर दिया गया है। यह पहले से ही गाजियाबाद से दिल्ली के यातायात के लिए बंद था। आनंद विहार, अप्सरा, भोपुरा और डीएनडी सीमाओं के माध्यम से आगे की यात्रा के लिए निजामुद्दीन खट्ठा, अक्षरधाम और गाजीपुर चौक से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।”

सिंघु, औचंदी, पयाऊ मनियारी, सबोली और मंगेश सीमाएं भी बंद हैं। वाहन चालकों को लामपुर, सफियाबाद, पल्ला और सिंघु स्कूल टोल टैक्स सीमा के माध्यम से वैकल्पिक मार्ग लेने की सलाह दी गई है।

मुकरबा और जीटीके रोड से भी ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। यात्रियों को बाहरी रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच 44 से बचने की सलाह दी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website