मुंबई, | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे और कई अन्य नेताओं को औपचारिक रूप से अपनी पार्टी में शामिल किया। खडसे ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ी थी। खडसे, उनकी बेटी रोहिणी खडसे खवलकर और जलगांव जिले के 72 अन्य विपक्षी नेताओं ने शुक्रवार को एनसीपी का दामन थामा। इस मौके पर सभी ने खुशी जताई और उम्मीद जाहिर की और भाजपा के और कई नेता राकांपा में शामिल हो सकते हैं।
अपने स्वागत भाषण में, महाराष्ट्र के राकांपा अध्यक्ष और मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि इस तरह के एक वरिष्ठ नेता को भाजपा ने पार्टी में उनके महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद अपमानित किया।
पाटिल ने कहा, टाइगर अभी जि़ंदा है (खडसे) और पिक्चर अभी बाकी है। खडसे के राकांपा में आने से पार्टी मजबूत होगी।
1970 के दशक में अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत करने वाले 68 साल के खडसे को 1987 में कोथली गांव का सरपंच चुना गया था। बाद में उन्हें 1989 से 2019 तक अपने गृह नगर मुक्तसर से छह बार विधायक के रूप में चुना गया।
शिवसेना-भाजपा सरकार (1995-1999) में खडसे ने मंत्री के रूप में काम किया। खडसे ने महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी काम किया।
हालांकि, खडसे तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा में नंबर 2 की पोजिशन में थे।
बाद में, भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों के बाद, उन्हें जून 2016 में कैबिनेट छोड़ने पर मजबूर किया गया था और तब से वो एनसीपी में शामिल होने का मौका तलाश रहे थे।