लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत खुद पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की है। इसी क्रम में पार्टी ने कांग्रेस-बसपा के खेमे में भी सेंध लगाना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को राजधानी लखनऊ के राष्ट्रीय कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस-बसपा के कई नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई। जिसमें ये नेता शामिल हैं-
- कैलाश सिंह यादव, पूर्व सांसद बीएसपी छोड़ कर सपा ज्वाइन किया।
- अशफाक ख़ान, बीएसपी से।
- कैसर जहां, सीतापुर पूर्व सांसद, कांग्रेस से।
- बाल कुमार पटेल पूर्व सांसद मिर्ज़ापुर, कांग्रेस पार्टी से।
- जस्मीन अंसारी, पूर्व विधायक कांग्रेस।
- रमेश राही, हरगांव सीतापुर, कांग्रेस विधायक।
- राम सिंह पटेल पूर्व विधायक, पट्टी प्रतापगढ़।
- अरविंद सिंह पटेल, जदयू प्रदेश युआ अध्यक्ष।
- राजेश प्रजापति, सर्वष्ठ दल का सपा में किया विलय।
- आशीष मिश्रा, पूर्व चेयरमैन सीतापुर।
- मोहम्मद अहमद, सीतापुर।
- शत्रुघन प्रसाद वर्मा, बलरामपुर।
- धीरेन्द्र प्रताप सिंह।
बीते दिनाें बसपा के 8 विधायकों से मुलाकात कर चुके हैं अखिलेश
लोकसभा चुनाव मिलकर लडऩे वाले अखिलेश यादव ने बीचे दिनों राज्यसभा चुनाव से पहले भी बीएसपी मुखिया को बड़ा झटका दिया था। अखिलेश यादव ने बीएसपी के 8 विधायकों (असलम राईनी, हाकिम लाल बिंद, हरि गोविन्द भार्गव, मुजतबा सिद्दीकी, असलम चौधरी, वन्दना सिंह, सुषमा पटेल) से मुलाकात कर बसपा खेमे में हलचल पैदा कर दी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने वाले बीएसपी के विधायकों को आश्वासन मिला है कि समाजवादी पार्टी उन्हें आगामी विधानसभा में टिकट देगी।
मायावती ने बोला अखिलेश पर हमला, बागी विधायकों को पार्टी से किया निष्कासित
बसपा विधायकों को तोडऩे पर मायावती ने प्रेस कांफ्रेस कर अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला। मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी की पहले भी हमारे विधायकों को तोड़ चुकी है यह उनकी पुरानी आदत है। आगामी एमएलसी चुनाव में बसपा जैसे को तैसा जवाब देगी। सपा प्रत्याशी को हराने ने लिए बसपा को अगर बीजेपी समेत अन्य पार्टियों को ही वोट देना पड़ जाए तो वह देगी। मायावती द्वारा बीजेपी को वोट देने वाले बयान पर खूब हंगामा हुआ। जिसके लिए उन्हें दोबारा मीडिया में सफाई देनी पड़ी।