पटना। जनता दल (युनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार सोमवार को बिहार में सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राजभवन के राजेंद्र मंडप में अपराह्न् 4.30 बजे आयोजित एक सादे समारोह में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बीच, नीतीश के साथ कई मंत्रियों के भी साथ शपथ लेने की संभावना है। नीतीश के मंत्रिमंडल में पहली बार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी नहीं होंगे।
राजभवन में पूरी तैयारी
नीतीश कुमार थोड़ी देर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राजभवन में पूरी तैयारी कर ली गई है। इस दौरान उनके साथ बीजेपी की ओर से तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, अमरेंद्र प्रताप सिंह, मंगल पाण्डेय, रामसूरत राय, रामप्रीत पासवान और जीवेश मिश्रा मंत्री बनाए जा सकते हैं। हालांकि, इस शपथ ग्रहण का महागठबंधन ने बहिष्कार करने का ऐलान किया है। सीपीआईएमल नेता महबूब आलम को न्योता मिला था, लेकिन वो नहीं जाएंगे।
राजग ने चुनाव में कुल 125 सीटें हासिल की हैं, लेकिन इसमें जदयू के हिस्से में सिर्फ 43 सीटें ही आई हैं जबकि भाजपा ने 74 सीटें जीती हैं। ऐसे में सूत्रों का कहना है कि विधायकों की संख्याबल के आधार पर इस मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे से मंत्रियों की संख्या अधिक होगी।
सूत्रों का दावा है कि नीतीश कुमार के साथ सोमवार को जदयू के छह, भाजपा के सात और राजग में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के एक-एक मंत्री शपथ ले सकते हैं।
इस मंत्रिमंडल में दो उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं, लेकिन कटिहार से चौथी बार विधायक बने तारकिशोर प्रसाद का उपमुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है। बेतिया की विधायक रेणु देवी के भी उपमुख्यमंत्री बनने की संभावना व्यक्त की जा रही है। रेणु देवी बेतिया से चौथी बार जीतकर आई हैं।
कहा जा रहा है कि नीतीश के नए मंत्रिमंडल में अनुभवी और युवा नेताओं को सामंजस्य रखने की कोशिश की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष भी भाजपा कोटे से रहने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव या अमरेंद्र प्रताप सिंह को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है।