औरंगाबाद (बिहार), | बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद पर जोरदार सियासी हमला बोला। उन्होंने बिना किसी के नाम लिए कहा कि पति (लालू) जब अंदर (जेल) गए तो पत्नी (राबड़ी देवी) को मुख्यमंत्री बना दिया, लेकिन महिलाओं के विकास के लिए कुछ नहीं हुआ। औरंगाबाद के रफीगंज और गया के शेरघाटी में अलग-अलग चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद के शासनकाल पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पति-पत्नी के राज में क्या होता था, सबको मालूम है। लेकिन जब हम लोगों को काम करने का मौका मिला तब कानून का राज कायम किया। सभी क्षेत्रों में काम हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा, उस समय कितने तरह के अपराध होते थे? क्या-क्या नहीं होते थे, शाम होते लोग घर से बाहर नहीं निकलना चाहता थे। लेकिन जब हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो सभी क्षेत्रों में काम हुआ।
उन्होंने चारा घोटाला में लालू के जेल जाने के संदर्भ में चर्चा करते हुए कहा, पति जब जेल गए तो पत्नी को बैठा दिया। लेकिन महिलाओं के लिए कुछ किया क्या। जब हमलोग आए तो पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया, जिससे उनकी प्रतिष्ठा बढ़ी।
नीतीश कुमार ने कहा कि किसी की उपेक्षा नहीं की। हाशिये के तबके के लिए विशेष काम हुआ। आज बिहार के काम की चर्चा देश ही नहीं, दुनियाभर में हो रही है और कुछ लोग उसमें खोट निकालने में लगे हैं।
उन्होंने कहा, महिला सशक्तीकरण पर बल दिया। अल्पसंख्यकों के लिए काम किया। बेटियों को साइकल दी तो उनका आत्मविश्वास बढ़ा। हमने बिना भेदभाव के हर तबके के विकास के लिए काम किया है। महिलाओं को बराबर का अवसर दिया।