नई दिल्ली, | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के आधुनिकीकरण के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि यह 21वीं सदी के भारत की भव्यता को प्रतिबिंबित कर सके। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश का प्रत्येक शहर, चाहे वह बड़ा हो या छोटा, भारत की अर्थव्यवस्था का केंद्र बनने जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में पहली चालक रहित मेट्रो का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। मोदी ने सोमवार को दिल्ली मेट्रो की मेजेंटा लाइन पर भारत की पहली चालक रहित मेट्रो (स्वचालित) का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सेवा भी शुरू की।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों का नियमितिकरण हो या फिर झुग्गियों में रहने वाले परिवारों को बेहतर आवास देने के प्रयास। दिल्ली की पुरानी सरकारी इमारतों को आज की जरूरत के अनुसार पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा रहा है। जो पुराना इंफ्रास्ट्रक्च र है, उसे आधुनिक तकनीक आधारित इंफ्रास्ट्रक्च र से बदला जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली में पुराने टूरिज्ट डेस्टिनेशंस के अलावा 21वीं सदी के नए आकर्षण भी हों, इसके लिए काम जारी है। मोदी ने कहा कि दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर्यटन का अहम सेंटर होने वाला है। इसके लिए द्वारका में देश का सबसे बड़ा सेंटर बन रहा है। इसी तरह एक ओर जहां नई संसद भवन के निर्माण का काम शुरू हुआ है, वहीं एक बहुत बड़े भारत वंदना पार्क को भी तैयार किया जा रहा है। ऐसे हर काम से दिल्ली वालों के लिए हजारों रोजगार भी बन रहे हैं और शहर की तस्वीर भी बदल रही है।
पहली बार ड्राइवरलेस मेट्रो संचालन के लिए राष्ट्रीय राजधानी के नागरिकों को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि दिल्ली 130 करोड़ से अधिक आबादी की, दुनिया की बड़ी आर्थिक और सामरिक ताकत की राजधानी है, उसी भव्यता के दर्शन यहां होने चाहिए।