नई दिल्ली। प्रशासन अभी 26 जनवरी को सकुशल संपन्न कराने में लगा हुआ है। इस बीच किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि वो एक फरवरी को दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं से संसद की ओर पैदल मार्च करेंगे। क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल ने कहा कि किसान ट्रैक्टर परेड के बाद अगला कार्यक्रम ये ही होगा। सरकार हमारी मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है।
इतने दौर की वार्ता के बाद अब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं किए गए हैं। 60 दिनों से किसान इतनी ठंडक में इन कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं अब अगला कार्यक्रम संसद की ओर मार्च किए जाने का ही बनाया गया है। कानून वहां से पास किया गया था तो हम अब वहां तक पैदल मार्च करके विरोध करेंगे।
मालूम हो कि पंजाब के किसान तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने को लेकर नवंबर माह से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। सबसे पहले टीकरी बॉर्डर पर किसान जमा हुए, उसके बाद फिर यूपी गेट पर किसान धरने पर बैठने शुरु हो गए। बरसात हुई उसके बाद वॉटर प्रुफ टेंट लगाए गए। एक के बाद एक टेंटों की संख्या अब हजारों में पहुंच चुकी है। टीकरी बॉर्डर, यूपी गेट, नोएडा दलित प्रेरणा स्थल व कुछ अन्य जगहों पर प्रदर्शन जारी है। इस बीच किसान संगठनों की सरकार के साथ कृषि कानूनों को लेकर कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है मगर अभी तक सहमति नहीं बन पाई।