नई दिल्ली| कोविड-19 महामारी के बाद भारत के 16 एलीट पुरुष और महिला मुक्केबाज विदेशों में ट्रेनिंग करने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए फ्रांस और इटली का दौरा करेंगे। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने बुधवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी। 28 सदस्यों का भारतीय दल 15 अक्टूबर से पांच दिसंबर तक विदेशों में अपनी ट्रेनिंग करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस दल में 10 पुरुष और छह महिला मुक्केबाज शामिल हैं।
टीम इटली की एसिसि में ट्रेनिंग करेगी। भारत ने अभी तक सभी चार स्पर्धाओं (पुरुषों के 57 किग्रा, पुरुषों के 81 किग्रा, पुरुषों के 91 किग्रा, महिलाओं के 57 किग्रा) में कोटा हासिल नहीं किया है और वे मुक्केबाज भी इस दल का हिस्सा होंगे।
28 सदस्यीय दल में आठ कोचों का सपोर्ट स्टाफ भी होगा। इसमें चार कोच पुरुष टीम के और चार कोच महिला टीम के होंगे।
इस दौरे पर 13 मुक्केबाज ऐसे होंेगे, जो 28 से 30 अक्टूबर तक फ्रांस में नांतेस में होने वाले एलेक्सिस वेस्टीन इंटरनेशनल मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भाग लेंगे।
टोक्यो ओलंपिक के लिए अब तक नौ मुक्केबाज कोटा हासिल कर चुके हैं। इनमें अमित पंघल, आशीष कुमार, सतीश कुमार, सिमरनजीत कौर, लवलीना बोरगोहिन और पूजा रानी शामिल हैं। अगले साल भी विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट होने हैं, जिनमें और भी मुक्केबाज ओलंपिक कोटा पा सकते हैं।
लवलीना ने कहा, “यह बहुत अच्छा है कि हम फिर से प्रतिस्पर्धा की भावना महसूस करेंगे। मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं। ओलंपिक से 10 महीने पहले, यूरोप के मुक्केबाजों के साथ प्रतिस्पर्धा करना वास्तव में मददगार होगा।”
इस कार्यक्रम के लिए भारतीय दल को सरकार से 1.31 करोड़ रुपये की मंजूरी मिल गई है।