नई दिल्ली, | अमेरिकी डॉलर में आई मजबूती से सोने और चांदी की चमक फीकी पड़ गई है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बुधवार को सोने का भाव 1.5 फीसदी से ज्यादा टूटा तो चांदी में तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। विदेशी बाजार से मिले कमजोर संकेतों से घरेलू वायदा एवं हाजिर बाजार में सोने और चांदी में नरमी के साथ कारोबार चल रहा था। एमसीएसक्स पर सोना करीब एक फीसदी टूटा तो चांदी में दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, कारोबारियों का कहना है कि महंगी धातुओं में गिरावट पर आगे त्योहारी सीजन में लिवाली बढ़ेगी। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के नेशनल सेकट्ररी सुरेंद्र मेहता ने आईएएनएस को बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी के भाव में आई गिरावट के कारण घरेलू सर्राफा बाजार में महंगी धातुओं के दाम में नरमी आई है, लेकिन इससे त्योहारी सीजन में सोने और चांदी की घरेलू मांग जोर पकड़ेगी।
उन्होंने बताया कि दक्षिण भारतीय बाजार में सोने की मांग कोरोना काल में करीब 80 फीसदी रिकवरी आई है, जबकि उत्तर भारत में अभी भी रिकवरी 50-60 फीसदी ही है।
मुंबई सर्राफा बाजार में 24 कैरट शुद्धता का सोना पिछले सत्र से करीब 300 रुपये की नरमी के साथ 50,800 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था, जबकि चांदी का भाव करीब 800 रुपये टूटकर 61,700 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ था।
भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर बुधवार को शाम 18.03 बजे सोने के दिसंबर एक्सपायरी अनुबंध में पिछले सत्र से चांदी के दिसंबर अनुबंध में 1,398 रुपये यानी 2.24 फीसदी की गिरावट के साथ 60,883 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के दिसंबर अनुबंध में पिछले सत्र से 33.75 डॉलर यानी 1.77 फीसदी की गिरावट के साथ 1,878 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि हाजिर में सोना पिछले सत्र से 29.55 डॉलर यानी 1.55 फीसदी की कमजोरी के साथ 1,878.52 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ था। कॉमेक्स पर चांदी के दिसंबर अनुबंध में पिछले सत्र से 3.62 फीसदी की गिरावट के साथ 23.68 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगी धातुओं में आई नरमी की मुख्य वजह डॉलर में आई तेजी है। केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया बताते हैं कि कोरोना के कहर से मिल रही आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका में स्टीमुलस पैकेज यानी राहत पैकेज को लेकर बनी असमंजस की स्थिति से डॉलर में मजबूती आई है।
केडिया ने कहा कि सोने और चांदी में हालिया तेजी की तीन मुख्य वजह है, जिनमें डॉलर में तेजी, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक अनिश्चितता और यूरोप में दोबारा कोरोना के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए लॉकडाउन की नौबत आना शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजारों से मिल रहे संकेतों से उपजे हालात में घरेलू वायदा बाजार में सोने और चांदी पर अल्पावधि में दबाव रहेगा और सोने का भाव 49,500 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि चांदी का भाव 59,000 रुपये प्रति किलो के करीब रह सकता है।