मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गुरुवार को अस्थिर रही क्योंकि असंतुष्टों की संख्या बढ़ रही है। गुवाहाटी में डेरा डाले हुए शिवसेना के 37 बागी विधायकों ने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को एक पत्र भेजा जिसमें कहा गया कि एकनाथ शिंदे उनके समूह के नेता बने रहेंगे। वहीं शुक्रवार को आठ और शिवसेना विधायकों के सूरत और यहां से गुवाहाटी पहुंचने का दावा किया जा रहा है, जिससे शिवसेना खेमे में हलचल और बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे के खेमे में अब तक 48 विधायक पहुंच चुके हैं। एकनाथ शिंदे ने विधायकों का बताया है कि एक महाशक्ति उन लोगों के पीछे है सारी जरूरतों का ख्याल रखा जाएगा।
शिंदे ने बुधवार को विधानसभा उपाध्यक्ष को एक पत्र भेजा था, जिस पर 35 विधायकों के हस्ताक्षर थे। इसमें सुनील प्रभु की जगह भरत गोगावले को शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक बनाने की बात कही गई थी। शिंदे के पत्र के बारे में पूछे जाने पर जिरवाल ने कहा, ‘पार्टी से संबंधित इस तरह के मामलों में निर्दलीय विधायकों की कोई भूमिका नहीं होती। (बागी नेता के साथ सूरत गए शिवसेना) के विधायक नितिन देशमुख ने दावा किया है कि उन्होंने शिंदे द्वारा जारी पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। मैं इसपर गौर करूंगा और कानूनी विशेषज्ञों की राय लेकर फैसला लूंगा।’