क्रायोथेरेपी एक ऐसी थेरेपी है, जिससे ना सिर्फ मांसपेशियों की समस्याओं से छुटकारा मिलता है बल्कि यह थेरेपी ब्यूटी से जुड़ी समस्याओं से भी छुटकारा दिलाती है। जवां दिखने के लिए हॉलीवुड एक्ट्रेस भी इस थेरेपी का सहारा लेती हैं। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है यह थेरेपी और इससे फायदे।
क्या है क्रायोथेरेपी
क्रायोथेरेपी एक तरह की आइस पैक थेरेपी है। इस प्रक्रिया में इंसान को बहुत कम तापमान में रखा जाता है। इसे क्रायो सर्जरी के नाम से भी जाना जाता है। इस थेरेपी द्वारा मांसपेशियों की नसों में होने वाले दर्द और ऐंठन का इलाज किया जाता है। इससे शरीर में बढ़ने वाली कोशिकाओं को इलाज भी किया जाता है। इसके अलावा मस्से, तिल,सनबर्न स्किन से संबंधित बहुत सी समस्याएं भी इससे दूर हो जाती हैं।
किस तरीके से होती है क्रायोथेरेपी
क्रायोथेरेपी एक प्रकार का कमरा होता है। जिसमें -100 डिग्री तक ठंडक होती है। इस ठंड़क में बिना कपड़ों के इंसान को रखा जाता है। कई बार को इसमें ठंड़ी हवा के जरिए तरल नाइट्रोजन का भी इस्तेमाल किया जाता है।
इस तरह असर करती है क्रायोथेरेपी
क्रायोथेरेपी में जब ठंड़ी हवा शरीर पर पड़ती है तो ब्लड स्किन के सर्फेस तक पहुंच जाता है। यह शरीर की नाकारात्मक चीजों को साफ करता है। इस थेेेरेपी का स्किन पर भी बहुत अच्छा असर पड़ता है। जिससे बहुत सारी स्किन प्रॉब्लम दूर हो जाती हैं।
क्रायोथेरेपी के फायदे
ग्लोइंग स्किन
इस थेरेपी में आपको -140 डिग्री या उससे नीचे के तापमान में रखा जाता है। इससे ब्लड, स्किन के सर्फेस तक पहुंच जाता है, जिससे त्वचा की अशुद्ध चीजों को खून शुद्ध करता है। इससे त्वचा में निखार आ जाता है।
पिंपल्स और मुहांसे
इस थेरेपी से बॉडी और स्किन डिटॉक्स होती है। साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ाता है, जिससे पिंपल्स, मुहांसे, जैसी समस्याएं दूर होती है और आपको बेदाग त्वचा मिलती है।
स्किन प्रॉब्लम्स
महीने में एक बार यह थेरेपी लेने से सनबर्न और चोट के निशान भी गायब हो जाते हैं। इसके अलावा इससे आपको अनचाहे मस्से और तिल से भी छुटकारा मिलता है।
एंटी-एजिंग समस्याएं
इससे त्वचा में कोलेजन का स्तर बढ़ता है, जिससे आप झुर्रियों, झाइयों जैसी एंटी-एजिंग समस्याएं दूर होती है।
मांसपेशियों के दर्द से राहत
क्रायोथेरेपी से मसल्स का दर्द कम करने और नसों को आराम देने के लिए यूज किया जाता है। ऐसे में आप भी मांसपेशियों से दर्द से छुटकारा पाने के लिए यह थेरेपी करवा सकते हैं।
सेल्युलाईट स्किन
सेल्युलाईट त्वचा की वो कोशिकाएं होती हैं जो महिलाओं की जांघ, कूल्हों और पैरों पर जमा हो जाती हैं, उससे भी इस थेरेपी से छुटकारा पाया जा सकता है। क्रायोथेरेपी फैट टिशू को हाइड्रेट कर देती है, जिससे सेल्युलाइट कम हो जाता है।
माइग्रेन दर्द से राहत
क्रायोथेरेपी के कारण एंडोर्फिन हार्मोन के स्तर में वृद्धि होती है जो माइग्रेन के कारण होने वाले सिर दर्द को भी कम करती है। साथ ही इससे आपका मूड़ भी बेहतर होता है।
डिमेंशिया से बचाव
इस थेरेपी से सूजन कम होती है और ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम करने में मदद मिलती है, जिससे डिमेंशिया का खतरा कम होता है।
बरतें ये सावधानियां
इस ट्रीटमेंट के जरिए सभी लोगों का इलाज हो सकता है लेकिन बीमारियों से होने वाले घावों के लिए यह उपयोगी नहीं है। आप भी क्रायोथेरेपी करवाने के बारे में सोच रहे हैं तो इसके लिए कोई तजुर्बेकार डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह जरूर लें।