इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के परदेशी पुरा में मास्क न लगाने को लेकर दो पुलिस जवानों ने एक ऑटो रिक्शा चालक कृष्णकांत को उसके बच्चे के सामने बुरी तरह पीटा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि जब पुलिस कृष्णकांत की पीट रही थी तब उसका 11 साल का बेटा पिता को छुड़ाने के लिए गिड़गिड़ा रहा था, इसके बावजूद भी वो दनों जवान नहीं माने।
दरअसल, इंदौर की एक मार्मिक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जहां खाकी पर ऐसे दाग लगे हैं जो किसी भी डिटर्जेंट से धोने से नही मिट सकते। घटना इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र की है। जहां खाकी ने अपनी इज्जत को खाक में मिलाकर एक बेटे के सामने उसके पिता की ऐसी पिटाई की। जिसे मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और प्रदेश के डीजीपी भी बर्दाश्त नहीं कर पाए। क्योंकि अगर उनके परिवार के साथ ऐसा होता तो वो क्या करते ये बड़ा सवाल है। खबर विचारों की नही बल्कि तथ्यों पर आधारित है जिसमें हमने स्वयं पीड़ित से बात की है और उसने बताया कि किस तरह से उसके साथ मारपीट की है। वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने मास्क नहीं पहनने वाले के आपराधिक रिकॉर्ड निकालकर टेबल के नीचे अपना मुंह छिपाने की कोशिश की और दोनों पुलिसकर्मियों को बेदखल करने के बजाय उन्हें एसपी ऑफिस में अटैच कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली।
वीडियो इतना दर्दनाक है कि खुद सीएम शिवराज इस सोच में पड़ गए होंगे कि क्या करूं ऐसे खाकी वर्दीधारियों का जिनमें मानवता नाम की चीज ही नहीं है। इधर, पुलिस के आला अधिकारी खाकी पर लगें दाग को धोते नजर आ रहे हैं और उल्टा पीड़ित को स्मैक का नशाखोर बताते हुए उसके पुराने अपराधों का बचाव में इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस की इस गुंडागर्दी और करतूत जो कि मास्क के ठीक ढंग से नहीं पहनने के कारण की गई हैं। वो वाकई मध्यप्रदेश के लिए शर्मनाक है। क्योंकि लोग अब इस वीडियो को देखकर कह रहे हैं कि इससे अच्छा उन्हें कोरोना हो जाये। क्योंकि जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो आस किससे रखी जाए।