नीतीश ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया

नीतीश ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया

पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा में हुई चूक की घटना को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने इस घटना की जांच कर दोषी लोगों को चिह्न्ति कर कार्रवाई करने की भी बात कही है। बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (युनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा में हुई चूक की घटना दुखद है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में चूक होने के कारण प्रधानमंत्री को अपनी यात्रा स्थगित कर वापस दिल्ली लौटना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इस तरह की चूक चिंताजनक, निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्यों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री को सुरक्षा उपलब्ध कराना राज्यों का दायित्व है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। प्रावधानों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रावधानों के मुताबिक, पंजाब सरकार को सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना चाहिए था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसे ध्यान में रखते हुए जांचोपरातं दोषी लोगों को चिह्न्ति कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

इधर, भाजपा के नेता और उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने भी पंजाब में प्रधानमंत्री के काफिले में हुई सुरक्षा चूक को कांग्रेस की सुनियोजित साजिश का परिणाम बताया है।

राजीव रंजन ने आज कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री न बना पाने की हताशा में कांग्रेस पार्टी अब खुलेआम गुंडागर्दी पर उतारू हो गयी है। इनकी मंशा बन चुकी है कि यदि नरेंद्र मोदी को चुनावों में हरा न सको तो रास्ते से ही उन्हें हटा दो। यही वजह है कि इन्होने जानबूझकर प्रधानमंत्री के काफिले को प्रदर्शनकारियों के बीच फंसवा दिया, जिससे प्रधानमत्री का अहित भी हो जाए और इसका दोष किसानों के माथे पर मढ़ दिया जाए।

भाजपा के प्रवक्ता मनोज शर्मा ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के लिए कांग्रेस को ही दोषी बताया है। उन्होंने कहा कि राजनीति में इससे बड़ा स्तरहीन व्यवहार देखने को नहीं मिलेगा। राजनीति की एक मर्यादा होती है, विरोध करने का एक तौर-तरीका होता है, लेकिन कांग्रेस ने पंजाब में अपनी राजनीतिक नीचता दिखाई है।

उन्होंने कहा कि यह मामला किसी पार्टी या दल से जुड़ा नहीं था। ये मामला देश के प्रधानमंत्री के पद की गरिमा से जुड़ा है और इस पद पर बैठने वाले व्यक्ति का सम्मान होना चाहिए। यह देश की अस्मिता का सवाल है और इस अस्मिता से हर बार की तरह कांग्रेस ने खिलवाड़ किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website