तेजस्वी ने नीतीश को किया अगाह, कहा, ‘पिछले साल वाली गलती मत कीजिए’

तेजस्वी ने नीतीश को किया अगाह, कहा, ‘पिछले साल वाली गलती मत कीजिए’

पटना, | राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना के ‘केसलोड’ कम दिखाने के चक्कर में आप बिहार का नुकसान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वायरस की चेन बढ़ती ही जा रही है।

तेजस्वी ने कहा कि कम आंकड़े दिखाने की वजह से केंद्र से ऑक्सीजन, वैक्सीन, रिमडेसिविर इंजेक्शन, वेंटिलेटर इत्यादि अन्य जरूरी सहायता भी नहीं मिल रही है और आप कुछ बोल भी नहीं रहे हैं।

विधानसभा में विपक्ष के नेता ने बयान जारी कर कहा, “संक्रमण गांव-गांव फैल चुका है। अब भी अपना अप्रोच बदलिये वरना तबाही का मंजर साफ दिख रहा है। केंद्र से बिहार का वाजिब हक मांगिए। हमसे छोटे राज्यों को आवंटन ज्यादा हो रहा है। अन्य राज्यों का अनुसरण कर देश-विदेश की कंपनियों से सम्पर्क कर मेडिकल सप्लाई, वैक्सीन सीधे खरीदिए।”

तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को अगाह करते हुए कहा कि पिछले साल जैसी गलती दोबारा मत करिए। आंकड़ों में हेराफेरी कर छवि बचाने से ज्यादा जरूरी लोगों का स्वास्थ्य है। आप जांच घटा रहे हैं लेकिन पॉजिटिविटी रेट बढ़ता जा रहा है।

उन्होंने कहा कि एक साल बाद भी बिहार की कुल कोरोना जांच में एंटीजन टेस्ट की संख्या 65-70 फीसदी है जबकि आरटीपीसीआर सबसे कम मात्र 30-35 प्रतिशत पर ही है। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट आने में 14-15 लग रहे हैं। बिना लक्षण वाले मरीजों की जांच ही नहीं हो रही है। ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की छोड़िए बिहार अभी जांच के स्तर पर ही जूझ रहा है।

इधर, राजद के विधायक चंद्रहास चौपाल ने भी कहा कि गांव के अस्पतालों में कोरोना जांच के नामपर खानापूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में बाहर से आने वाले लोग घर पहुंच रहे हैं, लेकिन इनके जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है, ऐसे में अगर एक भी कोरोना संक्रमित गांव में पहुंच गया तो संक्रमण का भय बना हुआ है।

उन्होंने मुख्यमंत्री से बाहर से आने वाले लोगों की जांच की व्यवस्था कराने की मांग की।

इस बीच, बिहार युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने भी बुधवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ऑक्सीजन और रिमडेसिविरइंजेक्शन की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सीमित अस्पतालों तक आपूर्ति की जा रही है, जिससे अन्य अस्पतालों में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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