राजस्थान में ईडी टिड्डियों की तरह काम कर रही है, जहां भी ईडी-आईटी छापेमारी करती है वहां कांग्रेस जीतती है: गहलोत

राजस्थान में ईडी टिड्डियों की तरह काम कर रही है, जहां भी ईडी-आईटी छापेमारी करती है वहां कांग्रेस जीतती है: गहलोत

जयपुर : ईडी द्वारा राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के परिसरों पर छापेमारी करने और मुख्यमंत्री के बेटे वैभव को तलब करने के बाद अशोक गहलोत ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उस पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

गहलोत ने कहा, “ये लोग ईडी का इस्तेमाल टिड्डियों की तरह कर रहे हैं। जिस तरह टिड्डियां पाकिस्तान से यहां आती हैं, सब कुछ खा जाती हैं और फसलें बर्बाद कर देती हैं। ईडी ने भी टिड्डियों की तरह हमला किया है।

“यह कोई मामूली बात नहीं है। डोटासरा और वैभव गहलोत के खिलाफ कोई मामला नहीं है और बिना किसी मामले के छापेमारी की जाती है।”

गहलोत ने कहा, ”जहां भी चुनाव होते हैं, वहां सबसे पहले ईडी-इनकम टैक्स की छापेमारी शुरू होती है। कर्नाटक में 22 बार छापेमारी हुई, वहां कांग्रेस जीती। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हवा चल रही है, वहां लगातार छापेमारी चल रही है। वहां मुख्यमंत्री को लगातार परेशान किया जा रहा है। राजस्थान में मैंने कई बार कहा है कि लोगों को सरकार रिपीट करने का मन कर रहा है, इसलिए उन्हें परेशानी हो रही है। वे लोगों को डरा रहे हैं, धमका रहे हैं। जहां-जहां ईडी ने छापेमारी की है, वहां-वहां कांग्रेस की सरकार बनी है। राजस्थान में भी यही होगा।”

गहलोत ने कहा, “ईडी ने यूपीए शासन के दौरान 2004 से 2014 के बीच 108 छापे मारे। ये छापे वास्तविक शिकायतों के आधार पर किए गए थे। उस समय 108 में से 104 के खिलाफ चालान पेश किए गए थे। एनडीए सरकार के नौ साल के कार्यकाल के दौरान 3,010 छापे मारे गए। इनमें से केवल 881 मामलों में आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया, जो केवल 39 प्रतिशत है। यूपीए सरकार में, 93 प्रतिशत चालान हुए।”

गहलोत ने सवाल किया, “अगर कोई भाजपा में शामिल होता है, तो वह सभी गलत कामों से छुटकारा पा लेता है। पीएम ने अजीत पवार के बारे में क्या आरोप नहीं लगाए? वह महाराष्ट्र में सरकार में शामिल हुए। उन्हें डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री बनाया गया। जिस व्‍यक्ति के खिलाफ उस समय आरोप लगाये गये थे, उसे वित्त मंत्री बनाने के बारे में आप क्या कहेंगे?

अपने बेटे को समन को लेकर गहलोत ने कहा, ”मैं करीब 5-10 साल से सुन रहा हूं कि उनके खिलाफ शिकायत की गई है। कल (बुधवार को) ईडी का समन आया और उन्हें 26 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा गया। हम इन लोगों से नहीं डरते कल हम राजस्थान को पांच और गारंटी देने जा रहे हैं।”

गहलोत ने आगे कहा कि इथियोपिया में निवेश के मामले में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ शिकायत हुई थी। एसओजी बार-बार ईडी से कार्रवाई करने का अनुरोध कर रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

मुख्‍यमंत्री ने कहा, “ईडी ऊपर से दबाव के बिना नहीं आ सकती। हमने कितनी बार संजीवनी मामले में ईडी से अनुरोध किया, लेकिन अब तक जांच नहीं हुई। गजेंद्र शेखावत की इथियोपिया समेत कई देशों में संपत्ति है। हमने ईडी से अनुरोध किया, लेकिन किसी ने परवाह नहीं की।”

उन्‍होंने कहा, “अगर देश की प्रीमियम एजेंसियों जैसे सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स की विश्वसनीयता नहीं रहेगी तो क्या बचेगा? इन एजेंसियों की विश्वसनीयता थी। आज उल्‍टा हो रहा है। आज जो स्थिति है वह चिंताजनक है। सवाल मेरे बेटे और पीसीसी चीफ के ठिकानों पर छापेमारी का नहीं है. सवाल इन एजेंसियों की विश्वसनीयता का है। इन एजेंसियों ने पूरे देश में आतंक मचा रखा ह। छत्तीसगढ़ में ईडी के अधिकारियों ने पिछले छह-सात महीने से वहां किराए पर मकान ले रखे हैं। वे वहां बस गए हैं क्योंकि हर दिन कार्रवाई करनी पड़ती है।”

गहलोत ने कहा, ”पार्टी प्रमुख पर छापा मायने रखता है…कोई मामला दर्ज नहीं, कोई शिकायत नहीं, फिर भी सीधे छापा मारा गया।”

उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में ईडी से शिकायत करने वाले राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा की विश्वसनीयता क्या है?

गहलोत ने कहा, ”किरोड़ी लाल मीणा लॉकर के अंदर चले गए और धरने पर बैठ गए और कहा कि अंदर 500 करोड़ रुपये पड़े हैं। कल हमारा एक नेता जाएगा और धरना देगा और कहेगा कि फलां जगह पर 800 करोड़ रुपये हैं, ईडी आएगा? गणपति प्लाजा लॉकर मामले में ईडी का क्या काम था? यह आयकर विभाग का काम था।”

गहलोत ने कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा किसान के बेटे हैं। “जब से वह राजनीति में आए हैं, दिन-रात काम कर रहे हैं। विधानसभा में भी हर वर्ग की आवाज उठाने में कोई कमी नहीं रखी। कोई भी हमारे शासन का उस तरह बचाव नहीं कर सकता जिस तरह से उन्होंने किया है, इसीलिए उन्हें निशाना बनाया गया है।”

गहलोत ने कहा, “हम घबराने वाले नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी का कोई भी नेता घबराने वाला नहीं है। वे ईडी-इनकम टैक्स का कितना भी दुरुपयोग कर लें।”

उन्होंने कहा, ”अभी हमने दो गारंटी दी है और हमारे दो नेताओं पर छापे मारे गये हैं। हम पांच और गारंटी देने जा रहे हैं। पहले तय करें कि किन पांच और नेताओं के यहां छापेमारी होनी है। आप अपनी नीतियों और कार्यक्रमों से लोगों का दिल जीतने की बजाय एक दबंग की तरह काम कर रहे हैं।”

सीएम ने कहा, “वैभव गहलोत का रतन शर्मा के साथ टैक्सी का कारोबार था, जिनसे वे बाद में अलग हो गए। वैभव गहलोत को 10 साल पुराने मामले में समन भेजा गया है। वैभव गहलोत के पास करीब 25 लाख रुपये की पूंजी थी। उस होटल के तहत आने वाली कंपनी जवाब दे रही है कि कितने शेयर बेचे गए और किसे बेचे गए।”

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, ”भाजपा को अपने कमल निशान में ईडी और इनकम टैक्स को भी शामिल करना चाहिए। ईडी राजस्थान में भाजपा का प्रचार करने आई है। क्या ईडी मध्य प्रदेश और हरियाणा नहीं जा सकती? उनके नेताओं के खिलाफ आरोप हैं। ईडी की छापेमारी केवल कांग्रेस शासित राज्यों में ही क्यों हो रही है?”

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी ईडी छापेमारी पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “हम इन छापों से डरने वाले नहीं हैं। इससे राजस्थान में भाजपा की घबराहट दिख रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website