कोलकाता, | तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के कभी करीबी सहयोगी रहे भाजपा नेता सुवेन्दु अधिकारी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को नंदीग्राम के लिए बाहरी बताया। नंदीग्राम पूर्वी मिदनापुर की हाई प्रोफाइल सीट है, जहां से राज्य के दोनों दिग्गज नेता ताल ठोकेंगे। अधिकारी ने 2016 के चुनाव में तृणमूल के टिकट पर यहां से चुनाव में जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीते वर्ष दिसंबर में भाजपा का दामन थाम लिया था।
उन्होंने कहा, “मैं नंदीग्राम में एक ‘भूमिपुत्र’ (मिट्टी का पुत्र) हूं और यहां एक नियमित मतदाता हूं। वह नंदीग्राम में अपना वोट भी नहीं डालती है। मैं इस जगह और यहां के लोगों को कई वर्षो से जानता हूं। जबकि बनर्जी केवल चुनाव के समय ही यहां आती है।”
अधिकारी ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के चिट फंड घोटालों से लोगों को ठगा गया है अगर भगवा पार्टी सत्ता में आती है, तो लोगों को उनके पैसों को वापस किया जाएगा और तृणमूल नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
भाजपा के इलेक्शन ऑफिस का शुभारंभ करने के बाद उन्होंने एक जनसभा में कहा, “अब बनर्जी ने इंशाल्लाह कहना बंद कर दिया है। हमने देखा कि उन्होंने इस साल जनवरी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म शताब्दी समारोह में जय श्री राम के नारे पर आपत्ति जताई थी। कल उन्होंने एक मंदिर के अंदर चप्पल पहना था। वह एक बनर्जी हैं, एक ब्राह्मण, फिर उन्हें यह क्यों कहना पड़ता है कि वह एक हिंदू हैं।”
अधिकारी ने कहा, “मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नंदीग्राम आने और भाषण देने का अनुरोध किया है। योगी-जी सही मंत्रों का जाप कर सकते हैं, उन्हें ममता बनर्जी के मंत्रों को सही करने के लिए एक बार यहां लाया जाना चाहिए।”
इससे पहले, बुधवार को बनर्जी ने हल्दिया उप-मंडल कार्यालय में नंदीग्राम से तृणमूल उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। मुख्यमंत्री ने नामांकन दाखिल करने से पहले हल्दिया में 2 किलोमीटर लंबे रोड शो में हिस्सा लिया, जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी भी शामिल थे।