रांची : बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद मंगलवार को उस वक्त सबके आकर्षण का केंद्र बन गईं, जब वह घोड़े पर सवार होकर विधानसभा पहुंचीं। उन्होंने कहा कि की घोड़े पर सवार होकर यहां आने का मकसद सिर्फ यह बताना है कि महिलाएं किसी से पीछे नहीं हैं। समय और परिस्थिति के अनुसार महिलाओं ने हर तरह की भूमिका में खुद को खरा साबित किया है। अंबा प्रसाद घोड़ा लेकर विधानसभा परिसर के अंदर जाना चाहती थीं, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर उन्हें गेट पर ही रोक दिया। इसके बाद वह गेट से पैदल चलकर सदन तक पहुंचीं।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे महिला होने पर गर्व है। हर क्षेत्र में आज महिलाओं ने अपनी कार्यक्षमता का लोहा मनवाया है। समाज से हमारा यही आग्रह है कि महिलाओं को घर की चहारदीवारी के भीतर सीमित न रहने दें।
उन्होंने महिलाओं से भी अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझने और अपनी पूरी क्षमता के उपयोग की अपील की।
बता दें कि अंबा प्रसाद झारखंड विधानसभा में सबसे कम उम्र की विधायक हैं। वह 28 वर्ष की उम्र में निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंची थीं। उनके पिता योगेंद्र साव के अलावा मां निर्मला देवी भी बड़कागांव क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं।