कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में कम से कम 288 लोग मारे गए हैं और 900 से अधिक घायल हुए हैं। अभिषेक बनर्जी ने पीड़ितों के सम्मान में दिन की अपनी सभी राजनीतिक गतिविधियों को रद्द करने के फैसले का ऐलान किया। बनर्जी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “ममता बनर्जी ने रेलमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान टक्कर से बचाव प्रणाली स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन यह अभी तक लागू नहीं की गई।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री अक्सर ‘डिजिटल इंडिया’ की बात करते हैं, लेकिन टकराव-रोधी (टक्कर से बचाव) प्रणाली को नजरअंदाज किया गया। अगर यह व्यवस्था होती तो इस तरह की दुर्घटना से बचा जा सकता था। इस मामले की जांच के लिए एक अलग आयोग का गठन किया जाना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर दुर्घटना रात 8 बजे के बाद हुई होती तो मरने वालों की संख्या और अधिक होती। उन्होंने कहा, “आम तौर पर शाम के समय यात्री निचली बर्थ पर ही बैठते हैं। मिडिल और अपर बर्थ आमतौर पर रात 8.30 बजे से भर जाते हैं। अगर हादसा उस वक्त होता तो मौत का आंकड़ा 1000 को भी पार कर सकता था।”
अभिषेक बनर्जी ने यह भी सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस दुर्घटना की जिम्मेदारी क्यों नहीं लेनी चाहिए, जबकि वह वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने का श्रेय लेने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं।
उन्होंने कहा, “केंद्रीय मंत्री कभी ट्रेन से यात्रा नहीं करते। वे हमेशा हवाईजहाज से यात्रा करते हैं। इसलिए वे आम लोगों की असुविधा को नहीं समझते हैं। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह राजनीति के लिए आम लोगों के जीवन को खतरे में न डालें।