बेंगलुरु : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल पर दिए गए बयान और भ्रष्टाचार को लेकर उन पर किए गए हमलों पर आपत्ति जताते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इन्हें झूठ का पुलिंदा करार दिया।
पत्रकारों से बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि यह बयान सिर्फ आरोप लगाने के इरादे से दिया गया है। उन्होंने दावा किया, ”ये सब झूठ का पुलिंदा है।”
पीएम मोदी ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला था और आरोप लगाया था कि सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार कर्नाटक को लूट रहे हैंं।
“भाजपा सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाया गया है। हमारी सरकार मामले की जांच कर रही है। प्रधानमंत्री को इस बारे में भी बात करनी चाहिए। विभिन्न जांच एजेंसियां केंद्र सरकार के अधीन हैं। बिना सबूत के झूठे आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए।
“आज पूरा देश दिवालिया हो गया है। केंद्र सरकार कर्नाटक के प्रति सौतेला रवैया अपना रही है। वह सूखा राहत राशि जारी नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि पांच गारंटी को लागू करना असंभव है। लेकिन हमारी सरकार ने सभी को लागू किया है। सिद्धारमैया ने कहा, “मुझे प्रधानमंत्री से ऐसे बयानों की उम्मीद नहीं थी। उनके राजनीतिक भाषणों में राज्यों की आलोचना करने से पीएम पद की गरिमा नहीं बढ़ेगी।”
मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान मोदी द्वारा उन पर निशाना साधने के सवाल पर सिद्धारमैया ने कहा कि वह (मोदी) जहां भी प्रचार के लिए गए, वहां भाजपा हार गई। “अब तक कर्नाटक में विपक्ष के नेता का नाम तय नहीं किया गया है। यह भाजपा के दिवालियेपन को दर्शाता है।”
जब भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल के इस बयान के बारे में पूछा गया कि उन्हें जल्द ही बदल दिया जाएगा, तो सिद्धारमैया ने कहा कि आलाकमान इन मामलों पर फैसला करेगा। “उन्हें बोलने का अधिकार नहीं है। भाजपा विपक्ष का नेता नहीं चुन पा रही है।