नई दिल्ली । पिछले 3 साल से मिलिट्री इंजीनियरिंग के 41000 पदों की भर्ती की फाइल रक्षा मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के बीच बार-बार जा रही है। अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। रक्षा मंत्रालय ने 19 अगस्त 2021 को परीक्षा ली थी। अक्टूबर 2021 में नतीजे घोषित हो गए थे।नवंबर 2021 में सफल उम्मीदवारों के दस्तावेजों का परीक्षण भी किया जा चुका है। 3 साल से पात्र परीक्षार्थियों को नियुक्ति पत्र जारी नहीं किये जा रहे हैं। चयनित परीक्षार्थी नियुक्ति पत्र के लिए लगातार चक्कर लगा रहे हैं। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी बोल रहे हैं। वित्त विभाग ने भर्तियों पर रोक लगा दी है।रोक क्यों लगी है, कब लगी है, यह भी कोई बताने के लिए तैयार नहीं है।जिन लोगों के दस्तावेज का सत्यापन हो चुका है। उन्हें कब नियुक्ति पत्र जारी होंगे। इसका जवाब भी उन्हें नहीं दिया जा रहा है। नौकरी नहीं लग पाने के कारण हजारों युवाओं की शादी नहीं हो पा रही है। पक्ष और विपक्ष के आधा दर्जन से ज्यादा सांसद इस मामले को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसद के अंदर उठा चुके हैं। इसके बाद भी इस मामले में कोई फैसला नहीं हो पा रहा है। सेना मे जब इस तरीके के हालात हैं। उसके बाद भगवान के ऊपर भरोसा करने के अलावा कोई विकल्प चयनित युवाओं के पास नहीं है।