तेलंगाना की सत्तारूढ़ टीआरएस ने शनिवार को भाजपा पर एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि वह देश को कर्ज के जाल में फंसा रही है। टीआरएस ने दावा किया कि केंद्र सरकारी की उधारी 2021 तक जीडीपी के 61.6 फीसदी को छू गई है।
पार्टी के राजनीतिक आरोपपत्र में टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री के.टी. रामाराव ने भगवा पार्टी पर पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के साथ लोगों को बीच में छोड़ने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद विभिन्न प्रधानमंत्रियों के 67 वर्षों के दौरान देश ने 55.87 करोड़ रुपये कर्ज लिए। 2014 में सत्ता में आने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ वर्षों में अकेले 80 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया। उन्होंने दावा किया कि 2014-15 के दौरान केंद्र द्वारा ब्याज का भुगतान राजस्व का 36.1 फीसदी था। जबकि 2021 के दौरान यह 43.7 फीसदी हो गया।
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि नीति आयोग द्वारा राज्य के हर गांव के लिए सुरक्षित पेयजल परियोजना मिशन भगीरथ के लिए 19 हजार करोड़ रुपये के वित्त पोषण की सिफारिश के बावजूद मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने 19 पैसे भी नहीं दिए।