जदयू में विलय से पहले उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजद का थामेंगे दामन

जदयू में विलय से पहले उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजद का थामेंगे दामन

पटना। बिहार राजनीति में अभी भी उथल-पुथल जारी है। रालोसपा के जदयू में विलय होने की अटकलों के बीच पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के कई बड़े नेताओं ने अब राजद में शामिल होने का फैसला कर लिया है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, प्रदेश महासचिव निर्मल कुशवाहा, महिला सेल की प्रमुख मधु मंजरी अपने कार्यकर्ताओं के साथ राजद में शामिल हो रहे हैं। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा का जदयू से विलय होने जा रहा है। 

दोनों नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें हो गई हैं। ऐसा माना जा रहा था कि 14 मार्च को होने वाली पार्टी की अहम बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा इसे लेकर आखिरी फैसला लेने वाले थे लेकिन उससे पहले पार्टी में दरार पड़ती नजर आ रही है। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने उपेंद्र कुशवाहा का साथ छोड़ दिया था। 

चुनावों के नतीजों के बाद राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश यादव और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. सुबोध मेहता ने राजद का दामन थाम लिया था। 2013 में नीतीश कुमार से नाराजगी के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू छोड़कर अपनी अलग पार्टी बना ली थी। 

इसके अलावा वीरेंद्र कुशवाहा ने एक बयान में कहा कि रालोसपा का निर्माण 2009 में गांधी मैदान में हुआ। नीतीश को गद्दी से हटाने के लिए यह फैसला लिया गया था। उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश के साथ जाने का फैसला लिया, इसलिए पार्टी के राजद में विलय का लिया निर्णय ले रही है। उन्होंने आगे कहा कि हम लोग उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित करते हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website