पाकिस्तानी पत्रकार ने उड़ाई इमरान सरकार की धज्जियां, कहा-TLP पर बैन महज दिखावा

पाकिस्तानी पत्रकार ने उड़ाई इमरान सरकार की धज्जियां, कहा-TLP पर बैन महज दिखावा

पेरिस। फ्रांस में निर्वासित एक पाकिस्तानी पत्रकार ने पाकिस्तान के बड़े कट्टरपंथी धार्मिक समूह तहरीक तबलीक -ए पाकिस्तान (TLP) पर प्रतिबंध लगाने के पाकिस्तान सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं। सोमवार को लाहौर में टीएलपी चीफ साद हुसैन रिजवी की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में नागरिक अशांति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ताहा सिद्दीकी ने जमकर इमरान सरकार की धज्जियां उड़ाईं। उन्होंने कहा कि TLP पर बैन प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार द्वारा सिर्फ अंतरराष्ट्रीय दबाव को कम करने के लिए उठाया गया कदम है।

ताहा सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार की TLPके खिलाफ प्रतिबंध की कार्रवाई महज एक दिखावा है क्योंकि इमरान सरकार पहले भी दुनियe की आंखों में धूल झोंकने लिए पाक में पल रहे आंतकी संगठनों पर प्रतिबंध का ड्रामा कर चुकी है। ताहा सिद्दीकी ने कहा कि जब-जब इमरान सरकार पर अंतर्राज्जीय व अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ा उसने इन चरमपंथी संगठनों प्रतिबंधित करने का खेल खेला लेकिन कुछ समय बाद ये संगठन विभिन्न नामों से पुनर्जन्म लेते हैं और आंतक को अंजाम देते हैं। लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद जैसे चरमपंथी संगठनों इसकी पुख्ता मिसाल हैं।

पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद द्वारा बुधवार को TLP पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा व इसके प्रमुख साद रिजवी की गिरफ्तारी के बाद TLP समर्थक और कार्यकर्ता देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ताहा सिद्दीकी ने कहा कि हिंसक प्रदर्शनों के बीच TLP पर प्रतिबंध कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि वास्तविकता में पाक सरकार या सेना इन चरमपंथी संगठों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि इमरान सरकार व सेना वास्तव में इन आंतकी संगठनों को स्पोर्ट कर रही है।

ताहा ने कहा कि पाक सरकार इन आंतकी संगठनों पर बैन तो लगाती है लेकिन इनको पूरी तरह मिटाती नहीं है क्योंकि सरकार व सेना भविष्य में इनका इस्तेमाल रणनीतिक उद्देश्यों के लिए करना चाहती है। बता दें कि TLP पाकिस्तान से फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने की मांग कर रही है। यह संगठन चार्ली हेब्दो पत्रिका में ईश निंदा के प्रकाशन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन द्वारा इस्लाम और आतंकवाद के बारे में टिप्पणी का विरोध कर रहा है।

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