SRH के सामने मुंबई: रोहित की पलटन को हराने के लिए ऑरेंज आर्मी को लगानी होगी पूरी ताकत

SRH के सामने मुंबई: रोहित की पलटन को हराने के लिए ऑरेंज आर्मी को लगानी होगी पूरी ताकत

चेन्नई। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम शनिवार को इंडियन प्रीमयर लीग में मुंबई इंडियंस की मजबूत टीम के खिलाफ सही संयोजन के साथ उतरने प्रयास करेगी जिससे कि लगातार दो हार के बाद जीत दर्ज करके अंकों का खाता खोल सके। डेविड वार्नर की अगुवाई वाली सनराइजर्स की टीम को चेन्नई की पिच रास नहीं आ रही है और टीम 150 रन से भी कम के लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रही है।

पहले दो मैच में टीम को लक्ष्य का पीछा करने में परेशानी का सामना करना पड़ा है, जिससे अंतिम एकादश में गहराई की कमी और मजबूत वैकल्पिक भारतीय खिलाड़ियों की उपलब्धता नहीं होना जैसी कमजोरियां उजागर हुई। कप्तान वार्नर के अंतिम एकादश के चयन पर भी सवाल उठ रहे हैं। जॉनी बेयरस्टो और ऋधिमान साहा के रूप में दो विकेटकीपर को अंतिम एकादश में जगह देने से कोई मकसद पूरा नहीं हो पा रहा है। साहा सलामी बल्लेबाज के रूप में बिलकुल भी लय में नजर नहीं आए। साहा 2008 में पहले टूर्नामेंट से आईपीएल का हिस्सा हैं, लेकिन उनके रिकॉर्ड को करीब से देखें तो पता चलता है कि वह निरंतर रन बनाने में नाकाम रहे हैं।

डग आउट में केदार जाधव जैसे अनुभवी खिलाड़ी और प्रियम गर्ग तथा अभिषेक शर्मा के रूप में दो प्रतिभावान खिलाड़ियों की मौजूदगी से साहा को इस प्रदर्शन के साथ टीम में अधिक मौके मिलने की उम्मीद नहीं है। केदार और अभिषेक के साथ अगर टीम उतरती है तो उसे स्पिन गेंदबाजी का विकल्प भी मिलेगा।

विदेशी खिलाड़ियों में अंतिम एकादश में सिर्फ वार्नर और राशिद खान का चयन तय है और ऐसे में सनराइजर्स को पूरी तरह से फिट केन विलियमसन की जरूरत है क्योंकि स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ वह अच्छे बल्लेबाज हैं। मनीष पांडेय और अब्दुल समद ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज अहमद के खिलाफ जैसे शॉट खेले उससे वार्नर निराश होंगे।

पांडेय को भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने गुरुवार को केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची से बाहर कर दिया और फिनिशर की भूमिका सही तरह से नहीं निभा पाने के कारण संभवत: उन्हें जल्दी ही दोबारा टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिले। आईपीएल के जरिए हालांकि पांडेय के पास अपना दावा मजबूत करने का मौका है। वह उन पांच खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने सबसे कम स्ट्राइक रेट के साथ 3000 आईपीएल रन पूरे किए हैं।

टीम की गेंदबाजी भी चिंता का सबब है। टी नटराजन पिछले सत्र जैसी फॉर्म में नहीं हैं जबकि भुवनेश्वर कुमार भी महंगे साबित हुए हैं। रोहित शर्मा, क्विंटन डिकॉक, सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन जैसे मुंबई इंडियंस के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को देखते हुए संदीप शर्मा और सिद्धार्थ कौल जैसे हैदराबाद की टीम के वैकल्पिक तेज गेंदबाज भी अधिक प्रभावी नजर नहीं आते।

इस बात की संभावना कम है कि मुंबई की टीम अपनी अंतिम एकादश में बदलाव करेगी, विशेषकर कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ रोमांचक मुकाबले में जीत के साथ। मुंबई इंडियंस को हालांकि अपने बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।

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