ट्रेंट ब्रिज। भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेला जा रहा है। इंग्लिश टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया। फिलहाल रोरी बर्न्स और डोमिनिक सिबली क्रीज पर हैं। टीम इंडिया इस मैच में 4 तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ मैदान पर उतरी है। शार्दूल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज यह मैच खेल रहे हैं। स्पिनर में रविंद्र जडेजा को मौका मिला है। रविचंद्रन अश्विन और ईशांत शर्मा यह मैच नहीं खेल रहे। मयंक अग्रवाल भी चोटिल हैं। इस वजह से लोकेश राहुल और रोहित शर्मा ओपनिंग करते नजर आएंगे।
दोनों टीमें:
इंग्लैंड
डोमिनिक सिबली, रोरी बर्न्स, जैक क्राउली, जो रूट (कप्तान), जॉनी बेयरस्टो, डेनियल लॉरेंस, जोस बटलर (विकेटकीपर), सैम करन, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन और ओली रॉबिन्सन।
भारत
रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, शार्दूल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह।
काफी समय से दोनों ही टीमों को इस मुकाबले का इंतजार था। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में न्यूजीलैंड से हारने के बाद टीम इंडिया टेस्ट फॉर्मेट में जीत की राह पर लौटना चाहती है। हालांकि यह सीरीज भारत के लिए आसान नहीं रहने वाली है, क्योंकि टीम को पिछले 10 साल में सबसे ज्यादा हार इंग्लैंड की धरती पर ही मिली है।
टीम इंडिया ने इंग्लैंड में इस दौरान 15 टेस्ट खेले हैं। इनमें से 12 में भारत को हार का सामना करना पड़ा और वह सिर्फ 2 मैच ही जीत सकी। इंग्लैंड की टीम के लिए घरेलू परिस्थितियां रहेंगी, लिहाजा उसे इसका फायदा भी मिलेगा।
पिछले 10 साल में इंग्लैंड ने भारत को 3 सीरीज में हराया
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ उसके होम ग्राउंड पर अब तक कुल 62 टेस्ट खेले हैं। इसमें से 7 में टीम को जीत मिली और 34 में हार का सामना करना पड़ा। 21 टेस्ट ड्रॉ रहे। पिछले 10 साल की बात की जाए, तो भारत ने 2011, 2014 और 2018 में इंग्लैंड का दौरा किया था। 2011 में इंग्लैंड ने भारत को क्लीन स्वीप किया। वहीं, 2014 में भारतीय टीम 5 मैचों की सीरीज में 4-1 से हारी थी। 2018 में भी इंग्लिश टीम ने भारत को 5 टेस्ट की सीरीज में 3-1 से हराया था। ऐसे में विदेशी धरती पर न्यूजीलैंड के खिलाफ WTC फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज भारत के लिए आसान नहीं रहने वाली है।