नहीं टूटी 300 साल पुरानी परंपरा, होलकर कालीन सरकारी होलिका का हुआ दहन

नहीं टूटी 300 साल पुरानी परंपरा, होलकर कालीन सरकारी होलिका का हुआ दहन

इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर में बढ़ते कोरोना की रोकथाम के लिए मेरी होली मेरे घर का आह्वान किया गया था, जिसको देखते हुवे इंदौर की वर्षों पुरानी होलिका दहन में पूरे प्रोटोकॉल के साथ 20 लोगों को शामिल किया गया। हर वर्ष होलिका दहन राजवाड़े के मेन गेट पर किया जाता रहा है, लेकिन इस बार जिला प्रशासन की गाइड लाइन के तहत राजवाड़े के अंदर स्थित भगवान मल्हारी मार्तंड मंदिर परिसर में किया गया, होलिका दहन के पूर्व सांसद शंकर लालवानी ने विधि विधान से पूजा अर्चना की।

इस दौरान सांसद शंकर लालवानी द्वारा होली दहन के पहले पूजा अर्चना की। होली दहन के समय 20 लोगो के साथ निर्देश के साथ जिस तरह से कोरोना प्रोटोकॉल गाइडलाइन का पालन करते हुए आज वर्षों पुरानी परंपरा को खंडित ना करते हुए इस बार पहली बार भगवान के प्रांगण में होलिका दहन किया गया। प्रशासन ने 20 लोगों के साथ होलिका दहन की अनुमति दी थी, जिसका पूरी तरह से पालन करते हुए मंदिर समिति के सदस्यों सहित केवल 20 लोगों द्वारा होलिका की पूजा अर्चना कर गाइडलाइन के अनुसार होलिका दहन किया किया गया।

पंडित लीलाधर वारकर ने बताया कि लगभग 300 वर्ष पुरानी होलकर कालीन होलिका दहन की परंपरा का निर्वहन करते हुए होलिका दहन इस बार भी किया गया, लेकिन इस बार होलिका दहन मल्हारी मार्तंड मंदिर परिसर में किया गया। बता दें कि वर्षों से राजवाड़ा के मुख्य द्वार पर होली दहन की जाती रही है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत इस बार यह निर्णय बदला गया है। पहली बार है राजवाड़े के अंदर होलिका दहन किया गया।

इस दौरान सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि यह परंपरा 300 वर्ष पुरानी है। होलिका दहन की फिलहाल शहर में विषम परिस्थितियां हैं, जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के साथ सरकारी होलिका दहन किया गया और सभी लोगों ने मिलकर प्रार्थना की है कि इस महामारी से पूरे देश को निजात मिले और फिर से एक साथ सभी मिलकर धूमधाम से आने वाले त्योहार मना सकें। वहीं शबे-बारात को लेकर भी दी गई 20 लोगों को छूट पर सांसद ने कहा कि उम्मीद है कि सभी धर्म के लोग जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइड लाइन के साथ अपने त्यौहार मनाएंगे।

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