ओलिंपिक: भारतीय हॉकी टीम का ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच आज, भारत के पास 41 साल बाद टॉप-4 में पहुंचने का मौका

ओलिंपिक: भारतीय हॉकी टीम का ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच आज, भारत के पास 41 साल बाद टॉप-4 में पहुंचने का मौका

टोक्यो। ओलिंपिक में भारत और ग्रेट ब्रिटेन की पुरुष हॉकी टीम के बीच आज शाम 5:30 बजे से क्वार्टर फाइनल मैच खेला जाएगा। भारत के पास 41 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका है। पिछली बार टीम 1980 में टॉप-4 और फिर फाइनल में पहुंची थी। तब भारत ने गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया था। इसके बाद से टीम कभी टॉप-4 में नहीं पहुंच पाई है। 8 बार की ओलिंपिक चैंपियन भारतीय टीम के पास इतिहास को दोहराने का बेहतरीन मौका है।

1972 के बाद पहली बार पूल लेग में 4 मैच जीते
यह 1972 के बाद पहली बार है जब भारतीय टीम ने पूल स्टेज में 4 या इससे ज्यादा मुकाबले जीते हैं। 1972 ओलिंपिक में भारत ने पूल स्टेज में 7 में से 5 मैच जीते थे। इसके बाद 2016 ओलिंपिक तक भारत ग्रुप स्टेज में 3 से ज्यादा मैच नहीं जीत पाया। 1984 से 2016 तक तो भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में कभी 2 से ज्यादा मैच नहीं जीत पाई थी।

पुरुष हॉकी में भारत ने 8 गोल्ड मेडल जीते
भारत ने ओलिंपिक में सबसे ज्यादा मेडल पुरुष हॉकी में जीते हैं। टीम ने 1928, 1932, 1936, 1948, 1952, 1956, 1964 और 1980 ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा 1960 में सिल्वर और 1968 और 1972 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। 1980 मॉस्को ओलिंपिक के बाद भारत ने हॉकी में कोई मेडल नहीं जीता है।

पिछले 5 साल में टीम इंडिया का शानदार परफॉर्मेंस
1980 के बाद से भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई। 1984 लॉस एंजेलिस ओलिंपिक में 5वें स्थान पर रहने के बाद वह इससे बेहतर नहीं कर सकी। 2008 बीजिंग ओलिंपिक में तो टीम पहली बार क्वालिफाई ही नहीं कर सकी। 2016 रियो ओलंपिक में भारतीय टीम आखिरी स्थान पर रही थी। पिछले पांच साल में भारत के प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार आया है। यही वजह रही कि टीम वर्ल्ड रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंची।

टीम इंडिया
गोलकीपर : पीआर श्रीजेश
डिफेंडर्स : हरमनप्रीत सिंह, रुपिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र कुमार, अमित रोहिदास, बीरेंद्र लाकड़ा।
मिडफील्डर्स : मनप्रीत सिंह (कप्तान), हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, निलकांत शर्मा, सुमित।
फॉरवर्ड्स : शमशेर सिंह, दिलप्रीत सिंह, गुरजंत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मंदीप सिंह।
स्टैंडबाय : कृष्ण पाठक (गोलकीपर), वरुण कुमार (डिफेंडर), सिमरनजीत सिंह (मिडफील्डर)।

ग्रेट ब्रिटेन
एडम डिक्सन (कप्तान), डेविड एम्स, इयान स्लोअन, सैम वार्ड, जैकब ड्रैपर, रुपर्ट शिपर्ली, जैक वॉलेस, ओली पेन, लियाम अंसेल, ब्रैंडन क्रीड, जेम्स गॉल, क्रिस ग्रिफिथ्स, फिल रोपर, लियाम सैनफोर्ड, टॉम सोर्सबी और जैक वॉलर।

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