गुजरे जमाने की लोकप्रिय अभिनेत्री और दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता आशा पारेख ने रविवार को कहा कि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) निर्माताओं को अपनी फिल्मों को प्रदर्शित करने और उनकी मार्केटिंग करने का सबसे अच्छा अवसर प्रदान करता है। पारेख 53वें आईएफएफआई के दादा साहेब फाल्के अवार्ड रेट्रो सेक्शन में अपनी 1971 की फिल्म ‘कटी पतंग’ की स्क्रीनिंग के मौके पर बोल रही थीं, जिसमें उन्होंने राजेश खन्ना के साथ अभिनय किया था। यह खंड इस वर्ष पारेख को समर्पित किया गया है, जिन्हें वर्ष 2020 के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार का विजेता घोषित किया गया था।