नई दिल्ली/शिमला/किन्नौर। हिमाचल प्रदेश के रिकांगपिओ से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही एचआरटीसी की बस चट्टानों के गिरने के कारण हादसे का शिकार हो गई है। बताया जा रहा है कि यह हादसा हिमाचल के किन्नौर जिले के पास निगुलसेरी में पहाड़ से मलबा गिरने के कारण हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 50-60 लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
चार लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाया गया
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि अभी तक 4 लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाया गया है। मौके पर एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, पुलिस की टीम मौजूद है । बचाव अभियान के प्रयास जारी हैं लेकिन मलबा अभी भी ऊंचाई से गिर रहा है।
50-60 लोग फंसे हो सकते हैं: सीएम
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक 50-60 लोग फंसे हो सकते हैं।गृह मंत्री अमित शाह ने हमें फोन किया और कहा कि राज्य उन्हें तुरंत किसी भी मदद की जरूरत बता सकता है। सेना ने हमें हर संभव मदद की पेशकश की है, वे ऑपरेशन में शामिल होना चाहते हैं।
बचाव कार्य में स्थानीय लोगों की भी ली जा रही मदद
एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं।बताया जा रहा है कि किन्नौर जिले मे मूरंग हरिद्वार रूट की यह बस है। डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिर रही हैं। इस वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है।
जयराम ठाकुर ने हर संभव मदद का दिलाया भरोसा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि निगुलसेरी, किन्नौर में भूस्खलन होने से मलबे में वाहनों के दबने का समाचार सुनकर बहुत दुखी हूं। हमने किन्नौर प्रशासन को राहत-बचाव कार्य के निर्देश दे दिए हैं। मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने की सीएम से बात
इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने जयराम ठाकुर से फोन पर बात की और वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी ली। गृह मंत्री ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए और स्थिति का जायजा लेने के लिए आईटीबीपी के महानिदेशक से भी बात की।