स्वामीनाथन रिपोर्ट को दबाने वाली कांग्रेस ने कभी किसानों का हित नहीं चाहा : योगी

स्वामीनाथन रिपोर्ट को दबाने वाली कांग्रेस ने कभी किसानों का हित नहीं चाहा : योगी

लखनऊ, | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपने समय में किसानों के हित वाली स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने की जगह उस पर आठ साल तक कुंडली मारकर बैठी रही। मुख्यमंत्री योगी यहां मोहनलाल गंज में आयोजित कार्यक्रम में किसानों से संवाद करते हुए विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित में कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है। केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लागू किया। कहा कि अपने समय में किसानों के हित वाली स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने की जगह कांग्रेस उस पर आठ साल तक कुंडली मारकर बैठी रही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि, “आज जिन लोगों को देश की प्रगति और किसानों तरक्की अच्छी नहीं लगती वह षड़यंत्र करने में लगे हैं। यूपी में किसानों के साथ धोखेबाजी करने वालों के लिए जेल ही परमानेंट ठिकाना है। किसानों के हितों की रक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों और युवाओं का सच्चा हितैषी बताया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा किसानों युवाओं के हितों में शुरू किये गए कार्यक्रमों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नये सुधारों के साथ आगे बढ़ा रहें हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पांच किसानों को ट्रैक्टर की चाभी, तीन को राइस पोर्टेबल मिलर मशीन तथा एक को स्मॉल ऑयल एक्सट्रेक्शन मशीन भेंट की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाना सर्वथा उपयुक्त है, क्योंकि किसानों को समृद्धि के लिए कार्यक्रम बनाने का कार्य आजादी के बाद श्रद्धेय अटल जी के कार्यकाल 1998 में ही शुरू हुआ था। आज पीडीएस की जो व्यवस्था देखने को मिल रही है, अंत्योदय, अन्नपूर्णा योजना तथा कई अन्य योजनाएं पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की ही देन हैं। इन योजनाओं की वजह से आज गरीबों को निशुल्क और सस्ते में खाद्यान्न देने का काम हो रहा है। यहीं नहीं आजादी के बाद पहली बार ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर जोर देने का काम अटल जी की सरकार में शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना प्रारम्भ होने से गांव पक्के मार्गों से जुड़ना शुरू हुए थे। आज हर गांव में अच्छे पक्के मार्ग हैं, किसान अपनी उपज को मंडियों और बाजार तक ले जा सकता है तो इसका श्रेय भी श्रद्धेय अटल जी को जाता है।”

इस दौरान मुख्यमंत्री के हाथों से ट्रैक्टर की चाभी पाने वाले राधेश्याम की खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं है, उन्हें पहली बार जीवन में सरकार से कोई सम्मान मिला। ऐसे में जब उन्हें मुख्यमंत्री के हाथों से ट्रैक्टर की चाभी मिली तो उनकी आंखों में आंसू आ गए।

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