लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को लोकभवन से भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के स्मारक व सांस्कृतिक केंद्र का शिलान्यास किया। इसके पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। बता दें कि ऐशबाग में आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि जहां भी दलित, पिछड़ों और वंचितों के लिए न्याय की बात आएगी वहां बाबा साहेब का नाम पूरे सम्मान से लिया जाएगा।
20 मिनट के भाषण में तीन बार CM और एक बार PM का नाम लिया
अखिरी दिन राष्ट्रपति ने 20 मिनट तक भाषण दिया। इसमें बाबा साहब भीम राव अंबेडकर, भगवान गौतम बुद्ध से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक के बारे में खुलकर बोले। 20 मिनट के अपने भाषण में राष्ट्रपति ने तीन बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया। केंद्र और यूपी सरकार की तारीफ भी की।
- बुद्ध के उद्देश्य को साकार कर रही मौजूदा सरकार
राष्ट्रपति ने कहा, भगवान बुद्ध ने ‘भवतु सत मंगलम’ का मंत्र दिया था। बाबा साहब अंबेडकर इसे बार-बार दोहराते थे। वह इसको लेकर तर्क देते थे कि लोकतंत्र में हर सरकार का ये दायित्व और कर्तव्य है। सरकारों का यही मिशन होना चाहिए कि उनकी प्रजा में सबकी भलाई हो। राजनीतिक दल इसे अलग नाम दे सकते हैं। जैसे… सबका विकास, सबका विश्वास। मुझे खुशी है कि वर्तमान सरकार ‘भवतु सत मंगलम’ के मूल उद्देश्य को साकार कर रही है। - आज का दिन चुनने के लिए मुख्यमंत्री योगी को बधाई
महामहिम ने अपने भाषण में डॉ. अंबेडकर स्मृति और सांस्कृतिक केंद्र के शिलान्यास के लिए आज का समय चुनने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी। बोले, आज के दिन का महत्व मुख्यमंत्री जी ने बताया। उन्होंने (सीएम योगी) बताया था कि आज के ही दिन 93 साल पहले डॉ. अंबेडकर ने समता मूलक समाज की परिकल्पना की थी। हम सभी ने देखा कि इस समाज की रचना के लिए बाबा साहब ने अपना पूरा जीवन दे दिया। मुख्यमंत्री जी और उत्तर प्रदेश सरकार को बधाई देता हूं कि उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए आज का दिन ही चुना। - केंद्र सरकार की सोच को यूपी सरकार भी आगे बढ़ा रही
राष्ट्रपति कोविंद ने अपने भाषण में दिसंबर 2017 के एक कार्यक्रम का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में अंबेडकर इंटरनेलशन सेंटर की स्थापना की। इस सेंटर की स्थापना का उद्देश्य देश-विदेश में बाबा साहब के विचारों का प्रचार-प्रसार करना था। जिस सोच से इंटरनेशनल सेंटर की स्थापना हुई, उसी परंपरा को उत्तर प्रदेश सरकार ने आगे बढ़ाया। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की जितनी भी तारीफ की जाए वो कम है। मैं राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री को साधुवाद देता हूं। - हम सब केवल भारतीय हैं
राष्ट्रपति ने बताया कि आजादी की लड़ाई के दौरान भी भेदभाव का प्रदर्शन होता था। सौहार्द पूर्ण माहौल बनाने के लिए बहुत सारे नेता कहते थे कि हम लोग सबसे पहले भारतीय हैं। बाद में हिंदू-मुस्लिम हैं। ये उनकी अच्छी सोच थी, लेकिन बाबा साहेब इससे कहीं आगे सोचते थे। वो कहते थे कि नहीं… हम सब पहले भारतीय हैं… बाद में भारतीय हैं और अंत में भी भारतीय ही हैं। मतलब बाबा साहब के दिल और दिमाग में कभी भी जाति, धर्म और संप्रदाय का कोई स्थान नहीं था।