मुंबई। मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों से कोरोना जांच के नाम पर प्राइवेट सेक्टर के लोगों द्वारा 14 सौ रुपए लिए जा रहे हैं, इसके साथ ही यात्रियों को जांच रिपोर्ट 24 घंटे बाद देने की बात कही जा रही है। जबकि रेलवे स्टेशनों पर फ्री में जांच की जा रही है और तुरत लोगों को रिपोर्ट बता दी जा रही है। कुछ यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा मचाते हुए मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे इस धांधली को रोकें।
इस मामले ने तूल तब पकड़ा जब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें यात्रियों ने इस बात का जोरदार विरोध किया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि जांच कर रहे लोग ग्लब्स नहीं पहने हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि सारे कार्य नियमों के तहत ही किए जा रहे हैं। राज्य सरकार के आदेश के बाद ही हम लोगों की जांच करा रहे हैं। जिन्हें एयरपोर्ट पर जांच नहीं करानी है, उन्हें पहले से ही सावधानी बरतनी चाहिए।
लोगों का कहना है कि जांच करने में कोई दिक्कत नहीं है, पर अगर रिपोर्ट 24 घंटे बाद आएगी तो अगर हम प्वाजिटिव हैं तो हमारे परिवारजन सुरक्षित कहां रह गए। लोगों ने इसे पैसा कमाने का जरिया भी बताया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और गोवा कोरोना के दोबारा बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सरकार ने सावधानी बरतते हुए मिशन बिगिन अगेन शुरू किया है। इसके तहत महाराष्ट्र के चीफ सेक्रेट्री संजय कुमार ने मिशन बिगिन अगेन का नोटीफिकेशन निकाला है। इसमें कहा गया है कि इन चारा राज्यों से महाराष्ट्र में आने वाले यात्रियों आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। जिसके पास रिपोर्ट नहीं होगी, उन्हें स्टेशनों पर उतरने पर जांच करानी होगी।
मनपा कमिश्नर और जिला अधिकारी नोडल ऑफिसर होंगे, जो लोगों की जांच कराएंगे। इसका अर्थ यह है कि अब इन चार राज्यों से कोई भी व्यक्ति बिना जांच के महाराष्ट्र में इंट्री नहीं मिल पाएगी। इस निर्णय के तहत वायु, रेल और सड़क मार्ग से आने वाले सभी लोग शामिल हैं। इस आदेश के बाद रेलवे स्टेशनों पर फ्री में जांच की जा रही है, वहीं एयरपोर्ट पर प्रत्येक व्यक्ति से 14 सौ रुपए लिए जा रहे हैं, और उसे रिपोर्ट 24 घंटे बाद देने की बात कही जा रही है। इसके बाद कुछ यात्रियों ने हंगामा मचाते हुए मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे इस धांधली को रोकें।