भारत में 6 कंपनियां बनाएगी स्पुतनिक वैक्सीन, लिब्रल फंडिंग देने की की भी है प्लानिंग: संबित पात्रा

भारत में 6 कंपनियां बनाएगी स्पुतनिक वैक्सीन, लिब्रल फंडिंग देने की की भी है प्लानिंग: संबित पात्रा

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वैक्सीन कमी दूर करने के लिए केंद्र सरकार प्रयासरत है। देश में अभी तक दो ही कंपनियों की वैक्सीन उपलब्ध हैं। सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशिल्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, लेकिन वैक्सीन की जिस मात्रा में मांग है उसके अनुरूप सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसको लेकर देशभर में टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार विदेशों से वैक्सीन आयात करने की तैयारी में जुटी है। पिछले दिनों भारत और रूस के बीच वैक्सीन को लेकर डील हुई थी। जिसके बाद रूस ने स्पुतनिक वैक्सीन देने का वादा किया।स्पुतनिक वैक्सीन की डोज भारत पहुंचने लगी है। अगले महीने से भारतीयों को रूस की स्पुतनिक वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी।

गुरुवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने स्पुतनिक वैक्सीन को लेकर सरकार का पक्ष रखा। पात्रा ने कहा कि स्पुतनिक को लेकर भारत में जो वैक्सीन का उत्पादन होगा, वो 6 कंपनियां करेंगी।  पात्रा ने कहा कि कुछ और कंपनियों को कोविड सुरक्षा स्कीम के तहत लिब्रल फंडिंग देकर भारत सरकार ने वैक्सीन के उत्पान को बढ़ाने का प्रयास किया है।
 
कुछ और कंपनियों को कोविड सुरक्षा स्कीम के तहत लिब्रल फंडिंग देकर भारत सरकार ने वैक्सीन के उत्पान को बढ़ाने का प्रयास किया है।

संबित पात्रा ने कहा कि सरकार की बातचीत का ही नतीजा रहा है कि रूस की स्पूतनिक वैक्सीन भारत लाई गई और किस प्रकार डॉ. रेड्डी लैब के साथ उसका उत्पादन भारत में बढ़ाया जाएगा, अब वो तकनीक भी भारत में लाई जाएगी। उन्होंने कहाकि भारत बायोटेक के पास अपना लाइसेंस है। केंद्र सरकार ने ये निर्धारित किया कि भारत बायोटेक अपने लाइसेंस को तीन और कंपनियों के साथ साझा करे, ताकि वो भी को-वैक्सीन के उत्पादन को शुरु कर सकें। भारत बायोटेक फिलहाल लगभग 1 करोड़ वैक्सीन प्रतिमाह बनाती है, वो अक्टूबर तक 10 करोड़ वैक्सीन प्रतिमाह बनाने लगेगी।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा विश्व में किसी भी और कंपनी या देश में देखने को नहीं मिलता। स्पुतनिक को लेकर भारत में जो वैक्सीन का उत्पादन होगा, वो 6 कंपनियां करेंगी। कुछ और कंपनियों को कोविड सुरक्षा स्कीम के तहत लिब्रल फंडिंग देकर भारत सरकार ने वैक्सीन के उत्पान को बढ़ाने का प्रयास किया है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल य बात कहकर भ्रम फैलाने की कोशिश की कि देश बच्चों को वैक्सीन नहीं दे रहा।  वैक्सीनेशन वैज्ञानिक तरीका है, पूरे विश्व में कहीं भी बच्चों को टीका नहीं दिया जा रहा। अभी इसका ट्रायल चल रहा है। भारत में भी यथाशीघ्र ये ट्रायल शुरु हो रहा है।

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