नई दिल्ली। प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि इस बजट में आत्मनिर्भर विजन है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट से कोरोना चुनौतियों से लड़ने में मदद मिलेगी। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को आम बजट पेश किया। निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को इस बजट की खासियत से रूबरू कराया। साथ ही पीएम मोदी ने वित्त मंत्री और उनकी टीम को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। इसमें यथार्थ का एहसास भी और विकास का विश्वास भी है। पीएम मोदी ने कहा कि नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बनाकर आम लोगों के जीवन मे इज ऑफ लिविंग को बढ़ाने पर इस बजट में जोर दिया गया है। ये बजट Individuals, Industry, Investors और साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बहुत सकारात्मक बदलाव लाएगा।
पीएम मोदी के संबोधन का प्रमुख अंश
कोरोना के चलते कई एक्सपर्ट ये मानकर चल रहे थे कि सरकार आम नागरिकों पर बोझ बढ़ाएगी। लेकिन Fiscal sustainability के प्रति अपने दायित्वों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बजट का साइज बढ़ाने पर जोर दिया।
देश में कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए, किसानों की आय बढ़ाने के लिए बहुत जोर दिया गया है। किसानों को आसानी से और ज्यादा ऋण मिल सकेगा। देश की मंडियों को और मजबूत करने के लिए प्रावधान किया गया है। ये सब निर्णय दिखाते हैं कि इस बजट के दिल में गांव हैं, हमारे किसान हैं।
बता दें कि लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को साल 2021-22 के लिए प्राप्तियों और खर्च का लेखाजोखा तथा वित्त विधेयक 2021 पेश किया। सुबह 11 बजे सदन की कार्रवाई शुरू होने पर वित्त मंत्री ने 2021-22 का बजट प्रस्ताव पढ़ा। सीतारमण ने इस बार बजट भाषण कागजी दस्तावेज के बजाए टैबलेट से पढ़ा।