नई दिल्ली: देश में पिछले एक महीने से कोरोना संक्रमण के मामले में लगातार उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। पिछले चार महीने में पहली बार एक दिन में सबसे ज्यादा लोगों में संक्रमण की पुष्टी की गई, इस दौरान 18,819 लोगों को संक्रमण का शिकार पाया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट्स ने सभी लोगों में संक्रमण के जोखिम को बढ़ा दिया है, इस खतरे को समझते हुए इससे बचाव को लेकर सावधानी बरतते रहना बहुत आवश्यक है। ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट्स को बढ़ते संक्रमण के प्रमुख कारक के तौर पर देखा जा रहा है, इन्हें अध्ययनों में अति संक्रामक वैरिएंट्स के तौर पर वर्गीकृत किया गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, फिलहाल कोरोना के संक्रमण से किसी को भी सुरक्षित नहीं माना जाता सकता है। भले ही आपने वैक्सीनेशन करा लिया है फिर भी संक्रमण से बचे रहने के लिए सभी लोगों को कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते रहना चाहिए।
अब तक के अध्ययनों में बताया जाता रहा है कि बच्चों में संक्रमण का खतरा कम होता है, हालांकि एक हालिया अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया है कि नवजात बच्चे भी संक्रमण का शिकार हो सकते हैं, कैसे, आइए जानते हैं?