कोरोना वैक्सीन बनाने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्लांट में भीषण आग, पांच की मौत

कोरोना वैक्सीन बनाने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्लांट में भीषण आग, पांच की मौत

पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में वीरवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआइआइ) के मंजरी प्लांट में भीषण आग लग गई। आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई। पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल के मुताबिक, इमारत से काफी लोगों को निकाला गया लेकिन जब आग पर काबू पाया गया तो पांच शव मिले। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
महाराष्ट्र के पुणे में वीरवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्लांट में भीषण आग लग गई। आग के कारणों का पता नहीं चला है। फायर ब्रिगेड की दस गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के गेट नंबर एक पर आग लगी है। आग का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। बिल्डिंग की दूसरी, तीसरी, चौथी और पांचवीं मंजिल तक आग पहुंच गई है। आग की वजह से चारों ओर धुएं का गुबार फैल गया। सीरम इंस्टीट्यूट ने ही कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को बनाया है।
सूत्रों के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट में आग लगने की घटना मंजरी प्लांट में हुई। वैक्सीन और वैक्सीन निर्माण संयंत्र सुरक्षित हैं। यह वैक्सीन के उत्पादन को प्रभावित नहीं करेगा। इस बीच, एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की एक टीम पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पहुंच गई है। वहीं, पुणे के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता के मुताबिक, हमें 2:45 बजे सीरम इंस्टीट्यूट की एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली। पुलिस और फायर ब्रिगेड तुरंत मौके पर पहुंची। सभी लोगों को निकाल लिया गया है। इस इमारत में वैक्सीन का प्लांट या भंडारण नहीं किया जा रहा था। जिस साइट में आग लगी, वह सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे में एक निर्माणाधीन इमारत है। वैक्सीन और वैक्सीन निर्माण संयंत्र सुरक्षित हैं। करोड़ों की लागत से इस बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। इससे पहले मुंबई के साकी नाका इलाके में मंगलवार को एक दुकान में आग लगने से तीन लोग घायल हो गए थे। साकी नाका इलाके की एक दुकान में मंगलवार सुबह लगभग 10.35 बजे धमाका हुआ, जिसके बाद आग लग गई। इस दुकान में कटाई के काम के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गैस सिलेंडर और विभिन्न स्क्रैप आइटम रखे हुए थे।आग लगते ही दमकल विभाग को सूचित किया गया। दमकलकर्मियों ने इसे लेवल-2 की आग बताया। इस हादसे में तीन लोगों के चोटें आई हैं, जिन्‍हें इलाज के लिए रजवाड़ी अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। आग को काबू करने के लिए 10 दमकल वाहन और पानी के टैंकर मौके पर मौजूद थे। गौरतलब है कि 17 नवंबर 2020 को भी मुंबई के साकीनाका इलाके में सुबह 90 फीट रोड पर अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई थी। यह आग तीन नंबर खाड़ी के पास स्थित साकीनाका की झुग्गियों में लगी थी। झुग्गियों में आग लगने से गरीब मजदूर और अन्य कामगार लोग प्रभावित हुए थे। आग की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची दमकल वाहनों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया था नहीं तो आग फैलकर जानमाल को नुकसान पहुंचा सकती थी। दरअसल ये इलाका बेहद तंग गली वाला था जहां घनी आबादी निवास करती है। आग बुझाने में जरा सी भी देरी मुश्किलें और ज्‍यादा बढ़ा सकती थी।

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